पूर्वी चंपारण,26 सितम्बर (Udaipur Kiran) । आबादी के मामले में पटना के बिहार के दुसरे सबसे बडे जिला पूर्वी चंपारण जिले में फर्जी नर्सिंग होम का लगातार जाल सा फैलता जा रहा है। जिले के हर शहर हर गली और मोहल्ले में बिना वैध कागज के नर्सिंग होम,ब्लड बैक व स्वास्थ्य सबंधी अन्य केन्द्रो का संचालन किया जा रहा है। जहां दलालो के माध्यम से लगातार गरीबो का आर्थिक और शारीरिक दोहन किया जा रहा है।
हालांकि जिले के सजग नागरिको की शिकायत पर डीएम सौरभ जोरवाल के निर्देश पर जिला प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। गुरूवार को ऐसे ही एक नर्सिंग होम के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद सीएस द्धारा गठित जांच टीम ने मोतिहारी शहर के बरियारपुर-रूलही मार्ग पर संचालित रंभा नर्सिंग होम नामक एक अस्पताल में छापेमारी की है।जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के क्रम में उक्त नर्सिंग होम के कई अनियमितता पकड़ी है।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त फर्जी अस्पताल से टीम द्धारा मांगे जाने पर कोई ठोस कागजात पेश नहीं किया जा सका है।छापेमारी की सूचना पर मौके पर पहुंचे पत्रकारो के अनुसार अस्पताल में पैथोलॉजी लैब को किचन बनाया गया है।जहां पर नर्सिंग होम के कर्मचारी खाना बनाने और खाने का काम करते हैं। वही यह जानकारी मिली है,कि यहां से नशेड़ी से लिये गये रक्त को शहर के नर्सिग होम में सप्लाई किया जाता है। बताया गया कि एक डिग्रीधारी डाक्टर राकेश कुमार का नाम दर्ज कर उक्त नर्सिग होम का रंभा ट्रामा सेंटर के नाम से संचालन किया जा रहा है।जो स्वास्थ्य विभाग के मानक के अनुरूप नही है।
जानकार बताते है,कि जिला स्वास्थ्य विभाग द्धारा नाजायज प्रतिफल प्राप्त कर उनके नाक के नीचे ऐसे कई फर्जी नर्सिग होम व ट्रामा सेंटर का संचालन किया जा रहा है। शायद यही कारण था कि उक्त फर्जी नर्सिग होम की जांच करने पहुंचे डीआईओ डाक्टर एससी शर्मा व डॉ सुनील कुमार पत्रकारो को बिना कुछ बताएं निकल गए हालांकि बाद में डा.सुनील ने बताया कि रिपोर्ट सीएस को सौंपी जायेगी।इसके पूर्व कुछ कहना मुनासिब नही है। गड़बड़ी की जानकारी सिविल सर्जन को दी जायेगी।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार