CRIME

उड़ीसा से एनसीआर क्षेत्र में गांजे की तस्करी करने वाला अन्तरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार

आरोपी

-55 लाख रुपये की 106 किलो नाजायज गांजा व तस्करी में प्रयुक्त आईसर कैण्टर गाड़ी बरामद

गाजियाबाद, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran) । क्राइम ब्रान्च पुलिस ने शुक्रवार को 55 लाख रुपये के गांजे के साथ अन्तरराज्यीय गांजा तस्कर को मननधाम रेलवे फाटक के पास से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार गांजा तस्कर उड़ीसा राज्य से कैण्टर वाहन मे गांजा छिपाकर दिल्ली, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश सप्लाई करने के लिए तस्करी करके ला रहा था। जिसके कब्जे से कुल 106 किलो 216 ग्राम नाजायज गांजा बरामद हुआ। गिरफ्तार आरोपी वीरेन्द्र उर्फ बब्लू निवासी ग्राम पारोली थाना जसराना जनपद फिरोजाबाद है।

एडीसीपी क्राइम ब्रांच सचिदानन्द ने बताया कि पूछताछ पर बब्लू ने बताया कि वह 10वीं तक पढ़ा है। उसकी पारिवारिक स्थिति बहुत खराब थी। इसीलिए पढ़ाई छोड़कर उसने ड्राईविंग का काम सीख लिया और ट्रक व आईसर कैन्टर की ड्राईवरी करने लगा। जिससे वह अपना घर चलाता था। वह फिरोजाबाद से काँच के सामान लेकर उडीसा सप्लाई करता था। परन्तु इस ड्राईविंग के काम में उसे ज्यादा फायदा नहीं होता था। इसी बीच वह रवि वर्मा निवासी भौगाँव जनपद-मैनपुरी के सम्पर्क मे आया जो उड़ीसा राज्य से गाँजा तस्करी करने व करवाने का काम करता है। रवि वर्मा से उसकी मुलाकात उड़ीसा में ही हुई थी।

रवि वर्मा ने वीरेन्द्र को बताया कि उड़ीसा राज्य से गाँजे की तस्करी करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश दिल्ली एनसीआर, पंजाब व हरियाणा में सप्लाई करने में काफी फायदा होता है। तो वह भी रवि वर्मा के साथ मिलकर गाँजा तस्करी का काम करने लगा। गांजा तस्करी के लिए पैसे व गाड़ी रवि वर्मा उपलब्ध कराता था। उड़ीसा राज्य से गांजे की तस्करी करके लाने पर उसे रवि वर्मा से प्रत्येक चक्कर के 500 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिलते हैं। रवि वर्मा के साथ मिलकर वीरेन्द्र उर्फ बब्लू उपरोक्त मादक पदार्थो की तस्करी के अपराध में संलिप्त हो गया और मांग के अनुसार गांजे की सप्लाई करने लगा।

अभियुक्त ने पूछताछ पर यह भी बताया कि वह कैन्टर गाडी में उड़ीसा से गांजा लोड करके उसके ऊपर कबाड़, झाडू, सब्जियों की क्रेट आदि लादकर चलता है। उड़ीसा से गांजा लोड करके चलने से पहले ये लोग आपस में तय कर लेते हैं कि माल कहां व किस दिन उतारना है तथा अपना फोन वहीं पर बन्द कर लेते हैं और किसी से भी कोई सम्पर्क नहीं करते हैं। जब तक कि तस्करी कर लाये हुए गाँजे को उसके तयशुदा जगह पर ना पहुँचा दें। गिरफ्तार अभियुक्त गाँजा तस्करी का काम पिछले करीब 02 वर्षो से कर रहा है। गाँजा तस्करी के काम में कई गुना फायदा होता है जिससे यह अपने घर के खर्चे व अपने शौक पूरा करता है।

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(Udaipur Kiran) / फरमान अली

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