CRIME

अंतरराज्यीय नकबजनी गिरोह का पर्दाफाश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तीन नकबजन गिरफ्तार, एक फरार

उत्तर प्रदेश के शातिर नकाबजन

– हलवाई और रंगाई-पुताई की आड़ में नकबजनी की घटना को देते थे अंजाम – ऋषिकेश क्षेत्र में हुई चोरी की चार अलग-अलग घटनाओं का खुलासा – उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद के रहने वाले हैं गिरफ्तार तीनाें आराेपित

ऋषिकेश, 05 दिसंबर (Udaipur Kiran) । देहरादून पुलिस ने ऋषिकेश क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं का खुलासा करते हुए अंतरराज्यीय नकबजनी गिरोह के 3 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। नकबजनी गिरोह के सदस्य हलवाई और रंगाई-पुताई का काम करते थे और काम के दौरान बंद घरों की रैकी कर नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इस गिरोह के खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में चोरी, नकबजनी, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और अन्य संगीन अपराधों के दर्जनों मामले पंजीकृत हैं।

ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र खोलिया ने बताया कि 20 अक्टूबर से लेकर 30 नवंबर के बीच क्षेत्र में कई चोरी की घटनाएं हुईं। पीड़ितों द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने घटनाओं के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। पुलिस ने घटना स्थलों और आस-पास के इलाकों के 250 से 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके साथ ही एसओजी की तकनीकी सहायता से जांच को आगे बढ़ाया गया। जांच में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक अंतर्राज्यीय नकबजनी गिरोह की संलिप्तता का पता चला।

पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आईडीपीएल क्षेत्र से गिरोह के तीन सदस्यों सेनी कुमार उर्फ सन्नी (30) निवासी मनोहरपुर कालोनी थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश, संजू संजय (34) निवासी राठोड़ा खुर्द थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश व विकास (27) निवासी मनोहरपुर कालोनी थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया। साथ ही पुलिस ने आरोपितों के पास से चोरी की गई लगभग दो लाख रुपये की ज्वैलरी, नकदी 7000 रुपये, अवैध असलहा (एक पिस्टल 32 बोर, दो जिन्दा कारतूस और दो चाकू) समेत सफेद धातु का छत्र, लक्ष्मी और गणेश की मूर्तियां, वीवो मोबाइल फोन (नीला रंग), भारतीय स्टेट बैंक की चेक बुक व अन्य दस्तावेज बरामद किए।

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे लोग हलवाई और रंगाई-पुताई का काम करते थे और काम के दौरान बंद घरों की रैकी करते थे। उन्होंने ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। इसमें गिरोह के अन्य सदस्य भी शामिल थे और उनका एक साथी मोहित कुमार (28) निवासी बहादुरपुर खादर कांठ छजलेट जनपद मुरादाबाद उत्तर प्रदेश अब भी फरार है।

कई मामलों में वांछित हैं आरोपित

पुलिस ने बताया कि ये तीनों अभियुक्त शातिर अपराधी हैं और उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कई जिलों में चोरी, नकबजनी, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के मामलों में वांछित हैं। गिरोह के चौथे सदस्य मोहित कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें प्रयासरत हैं।

(Udaipur Kiran) / विक्रम सिंह

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