CRIME

अन्तर्राज्यीय शराब तस्कर 12 लाख रुपये की शराब के साथ गिरफ्तार

आरोपी

कैन्टर में हरियाणा से ला रहा था तस्करी की शराब

गाजियाबाद, 9 दिसंबर (Udaipur Kiran) । क्राइम ब्रान्च व मधुबन बापू धाम थाने की पुलिस ने सोमवार को अवैध शराब की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 12 लाख रूपये कीमत की अवैध अंग्रेजी शराब आईसर कैन्टर सहित बरामद किया गया है।

एडीसीपी सचिदानंद ने बताया कि यह चंडीगढ, पंजाब की अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी करता है। तस्कर आईसर कैन्टर में चंडीगढ, पंजाब से तस्करी कर लाई जा रही कुल 210 पेटी ईम्पीरियल ब्लू व ओल्ट हैबिट मार्का अवैध अंग्रेजी शराब बरामद हुई। बरामद शराब की अनुमानित कीमत लगभग 12 लाख रुपये है।

पूछताछ पर गिरफ्तार शराब तस्कर अशोक कुमार ने बताया कि वह 5 वीं पास है। पढाई छोडने के बाद उसने ट्रक ड्राईवरी सीखी और फरीदाबाद, गुरूग्राम, दिल्ली रूट पर ट्रक ड्राईविंग का काम करने लगा । ट्रक ड्राईविंग के दौरान ही करीब 5-6 वर्ष पहले अशोक एक शराब तस्कर नरेश जो रेवाडी हरियाणा का रहने वाला है सम्पर्क मे आया जो बिहार सरकार द्वारा अपने राज्य मे शराब की बिक्री बैन किये जाने के कारण हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश से अवैध शराब तस्करी करके बिहार सप्लाई करता था, जिसमें उसको काफी फायदा होता था। उसको ऐसे विश्वसनीय ड्राईवर की आवश्यकता थी जो उसके शराब की तस्करी की गाडियों को बिहार तक सकुशल पहुँचा सके । शराब तस्करी के काम मे ज्यादा आमदनी होने के कारण अशोक लालचवश नरेश के साथ अवैध शराब तस्करी का काम करने लगा तथा हरियाणा, पंजाब व हिमाचल प्रदेश से अवैध शराब को तस्करी करके बिहार पहुँचाने लगा । बिहार राज्य मे शराब तस्करी करने के प्रत्येक चक्कर अशोक को 25हजार रुपये मिलते थे । शराब तस्करी करने मे अशोक पहली बार बनारस से जेल गया था, जेल से छूटने के बाद पुनः शराब तस्करी मे लिप्त हो गया, शराब तस्करी में पूर्व में बनारस के अतिरिक्त चन्दौली व गाजीपुर से भी अवैध शराब की तस्करी में जेल जा चुका है ।

अशोक ने बताया कि अवैध शराब के साथ पकडा गया आयसर कैंटर नरेश ने खरीद रखा है। पूछताछ पर यह भी बताया कि नरेश ही बिहार की पार्टियों को जानता है। अशोक व नरेश हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश की बनी हुई शराब को आईसर कैन्टर में नीचे लोड करके उसके ऊपर खाद, नमक, मुर्गी के दाने इत्यादि की बोरियों को लाद देते है और तिरपाल से ढककर बाँध देते है। शराब से लदी गाडी को तस्करी के लिए लेकर चलने से पहले ये लोग अपने-अपने मोबाइल बन्द कर लेते है तथा नरेश एक छोटी गाडी से आईसर कैन्टर के थोडा आगे या पीछे रहकर बिहार तक जाता है। इस बार भी नरेश शराब की गाडी के साथ में था जिसकी तलाश की जा रही है । गिरफ्तार अभियुक्त अशोक अवैध शराब तस्करी करने से मिले रूपयों से अपने घर के खर्चे व अपने शौक पूरे करता है ।

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(Udaipur Kiran) / फरमान अली

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