नई दिल्ली, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अध्यक्षता वाली बेंच ने यौन उत्पीड़न मामले में आरोपित मलयालम अभिनेता सिद्दीकी को अगले आदेश तक गिरफ्तारी पर लगी अंतरिम रोक अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दी है। केरल हाई कोर्ट ने सिद्दीकी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सिद्दीकी की ओर से पेश वकील मुकुल रोहतगी ने मंगलवार को कहा कि उनका गला खराब है, जिसकी वजह से वे दलीलें नहीं रख पाएंगे। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी बार-बार सिद्दीकी का फोन और लैपटॉप मांग रही है, जो उनके पास 2016 में था लेकिन अब उनके पास उपलब्ध नहीं है। केरल पुलिस की ओर से पेश वकील रंजीत कुमार ने कहा कि सिद्दीकी पुलिस के समक्ष पेश जरूर हो रहे हैं, लेकिन वे जांच में सहयोग करने के बजाय घुमा-फिराकर जवाब दे रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर को सिद्दीकी की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगाई थी। सुनवाई के दौरान सिद्दीकी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा था कि आठ साल के बाद 2024 में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में दूसरों को जमानत मिल चुकी है, लेकिन सिद्दीकी को जमानत नहीं मिली। सिद्दीकी की जमानत का विरोध करते हुए एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने कहा था कि इस मामले में एसआईटी गठित की गई है।
दरअसल, एक अभिनेत्री ने सिद्दीकी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। अभिनेत्री की शिकायत में सिद्दीकी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और 506 के तहत आरोप लगाए गए हैं। पीड़ित अभिनेत्री ने यह आरोप जस्टिस हेमा कमेटी की उस रिपोर्ट के जारी होने के बाद लगाया, जिसमें मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न और शोषण की बात कही गई थी। हालांकि, केरल हाई कोर्ट ने अग्रिम जमानत देने से इनकार करते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया अभिनेता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आधार है।
(Udaipur Kiran) /संजय
(Udaipur Kiran) / वीरेन्द्र सिंह