हरिद्वार, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह के निर्देश पर प्रशासन की चार टीमों ने जनपद की विभिन्न अनुदान प्राप्त गौशालाओं पर छापेमारी कर गौ संरक्षण के इंतजामों का निरीक्षण किया। इन गोशालाओं में बताया गया कि दिन में अधिकांश गायें जंगल में चरने गई हैं। कई गौशालाओं में कुछ गौवंश की टैगिंग नहीं पायी गयी थी, तो कुछ में गौधन के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाए नहीं पाई गईं। छापामारी टीमों का नेतृत्व जॉइंट मजिस्ट्रेट रूड़की आशीष मिश्रा, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान तथा उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने किया।
आशीष मिश्रा ने बताया कि रुड़की के बीएसएम तिराहे के निकट गौशाला सभा चाव मंडी के निरीक्षण में पाया कि गोशाला में 16 व्यक्ति काम कर रहे हैं। गौशाला में गौवंश रखने के लिए पर्याप्त जगह है। प्रत्येक टीन शेड में सिलिंग फैन लगाए गए हैं। साथ ही परिसर की सफाई भी ठीक पायी गयी।
उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि लक्सर के रामपुर रायघाटी में सेवा धाम ट्रस्ट का निरीक्षण किया गणा। इस दौरान गौशाला में 188 गायों में से 116 गोवंशीय पशु गौदान में मौके पर पाए गए। बताया गया कि शेष पशु चरने गए हुए हैं।
तहसीलदार प्रियंका रानी ने बताया कि गैर आवास कालूब्रांस ग्रंट गांव में चल रही गौशाला के रजिस्टर में 11 मृत पशु दर्ज थे, लेकिन केवल एक पशु की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध थी। सौ के करीब गौवंश के पशुओं पर टैगिंग नहीं की गई थी।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला