जम्मू, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । अपने कार्यालयों के कामकाज को बढ़ाने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों के अनुरूप, तकनीकी प्रशासनिक सुधार निरीक्षण और प्रशिक्षण विभाग के सचिव डॉ. अब्दुल कबीर डार के नेतृत्व में प्रशासनिक सुधार निरीक्षण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने राज्य हथकरघा विकास निगम के व्यापक निरीक्षण हेतु बैठक की।
इस निरीक्षण का उद्देश्य परिचालन कार्यात्मकताओं का आकलन करना और सिस्टम के भीतर पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए और सुधार लाना है। टीम ने अभिलेखों, सामग्रियों का निरीक्षण किया और निगम के अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। जेएंडके हैंडलूम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अतुल शर्मा ने सचिव को निगम के कामकाज और अन्य विकासात्मक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी और प्रशासनिक सुधार निरीक्षण और प्रशिक्षण विभाग के प्रयासों का स्वागत किया जो केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के निगम और विकास को सुव्यवस्थित और मजबूत करेगा।
समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत वाला जम्मू और कश्मीर अपने विविध और आश्चर्यजनक भूगोल के लिए जाना जाता है। दुनिया भर में प्रसिद्ध इस क्षेत्र की पारंपरिक हथकरघा बुनाई इसकी सांस्कृतिक पहचान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अद्वितीय डिजाइन और स्थानीय स्तर पर उत्पादित कच्चे माल जैसे पश्मीना, रेशम और ऊन ने इस शिल्प को जम्मू-कश्मीर की विरासत का एक अभिन्न अंग बना दिया है। इसके अतिरिक्त, पारंपरिक हथकरघा बुनाई स्थानीय कार्यबल के एक बड़े हिस्से को रोजगार प्रदान करती है।
जम्मू-कश्मीर राज्य हथकरघा विकास निगम लिमिटेड की स्थापना विकेंद्रीकृत हथकरघा क्षेत्र को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इसके मिशन में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई केंद्र प्रायोजित हथकरघा परियोजनाओं को लागू करना शामिल है जिससे शिल्प का संरक्षण और कारीगरों का समर्थन किया जा सके। ये प्रशासनिक निरीक्षण जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए नियमों, प्रक्रियाओं और नीतियों का अनुपालन सुनिश्चित करने के प्रति सरकार और एआरआई और प्रशिक्षण विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। डॉ. कबीर ने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य क्षेत्र की आर्थिक और सांस्कृतिक समृद्धि को आगे बढ़ाते हुए विकास और जवाबदेही के माहौल को बढ़ावा देना है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह