Uttar Pradesh

आयुष मंत्रालय की पहलः प्रकृति परीक्षण अभियान से स्वास्थ्य की जानकारी

फोटो प्रतीक

-व्यक्ति की प्रकृति का पता लगाकर उसे सलाह देने काे ऐप

वाराणसी, 19 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । आयुष मंत्रालय ने मरीजों की प्रकृति के अनुरूप प्रकृति परीक्षण के ज़रिए उसे सही सलाह देने के लिए एक ऐप तैयार किया है। इस ऐप को डाउनलोड कर स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देने पर विशेषज्ञ, वॉलंटियर क्यूआर कोड स्कैन कर व्यक्ति की प्रकृति बताते हैं।

गुरूवार को सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के पाणिनी भवन सभागार में राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के विशेषज्ञों ने प्रकृति परीक्षण की जानकारी दी। वेद वेदांग संकाय प्रमुख प्रो. अमित कुमार शुक्ल एवं साहित्य संस्कृति संकाय प्रमुख प्रो. दिनेश कुमार गर्ग ने बताया कि प्रकृति परीक्षण आयुर्वेद के मुताबिक किसी व्यक्ति की मनो.शारीरिक स्थिति को वर्गीकृत करने का तरीका है। आयुर्वेद में किसी व्यक्ति की प्रकृति को तीन दोषों वात, पित्त और कफ़ के आधार पर तय किया जाता है। प्रकृति परीक्षण के ज़रिए किसी व्यक्ति की प्रकृति का पता लगाकर उसे सही सलाह दी जाती है। आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रो शंकुवा के नेतृत्व में महाविद्यालय के प्रशिक्षित विद्यार्थियों ने भी प्रकृति परीक्षण के बारे में बताया। बताया कि प्रकृति परीक्षण के ज़रिए किसी व्यक्ति की प्रकृति का पता लगाकर उसे सही सलाह दी जाती है। परीक्षण के बाद एक कार्ड भी दिया जाता है। जिसमें वात, पित्त,.कफ़ से जुड़ी जानकारी होती है। रिपोर्ट में खान.पान का सही समय, जीवनशैली सुधारने और नींद लेने का सही समय जैसी जानकारी दी जाती है।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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