
वाराणसी,13 जून (Udaipur Kiran) । जिले में पड़ रही प्रचंड तापलहरी से उत्पन्न जल संकट के समाधान के लिए वाराणसी नगर निगम ने पहल की है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार से अनुबन्धित संस्था कॉन्सिल आफ एनर्जी, एन्वायरमेन्ट एण्ड वॉटर तथा नगर निगम वाराणसी संयुक्त रूप से उपचारित घरेलू पानी को पुनः प्रयोग में लाने के लिए कार्ययोजना बना रही है। इसको लेकर शुक्रवार को स्मार्ट सिटी के सभाकक्ष में बैठक हुई। इसमें प्रारम्भिक रूपरेखा करने पर मंथन किया गया।
कार्ययोजना की महत्ता के सम्बन्ध में नितिन बस्सी (वरिष्ठ प्रोग्राम लीडर, कॉन्सिल ऑफ एनर्जी) ने प्रस्तुति दी। और बताया कि इस परियोजना के क्रियान्वयन उपरान्त स्वच्छ पानी के दुरूपयोग को रोेका जा सकेगा तथा उपचारित पानी को विभिन्न कार्यों यथा- निर्माण कार्यों, उद्यान सम्बन्धी कार्यों, फायर फाइटिंग कार्य, सड़कों/डिवाइडरों की धुलाई, गाड़ियों की धुलाई आदि में प्रयोग किया जायेगा। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने प्रतिनिधियों को नगर क्षेत्र की स्थिति, सीवर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट, वॉटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट, फायर स्टेशन, कुण्डों/तालाबों, वरूणा व अस्सी नदी का भौतिक निरीक्षण करते हुए, विस्तृत परीक्षण करने पर जोर दिया। जिससे परियोजना का क्रियान्वयन सुविधाजनक तरीके से हो सके।
बैठक में अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता, मुख्य अभियन्ता मोइनुद्दीन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेन्द्र कुमार चौधरी, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्णचन्द्र, सचिव जलकल ओ0पी0 सिंह, अधिशासी अभियन्ता (आलोक) अजय कुमार सक्सेना, परियोजना अधिकारी डूडा ने भी भाग लिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
