धाैलपुर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । धौलपुर जिले में पर्यटन को गति देने तथा सुविधाओं के विकास की समीक्षा के लिए जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित की गई। बैठक में वन विहार क्षेत्र को विकसित करने, बाबर गार्डन धौलपुर के विकास तथा चंबल सफारी करने वाले पर्यटकों के लिए आधारभूत सुविधाओं का विकास आदि पर चर्चा की गई।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी ब्रह्मलाल जाट ने वन विहार क्षेत्र को विकसित किये जाने हेतु वन विभाग को सोलर प्लांट एवं टीन शेड लगवाने सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु प्रस्ताव प्रेषित किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने बाबर गार्डन के मूल एवं परिधि क्षेत्र में अतिक्रमण की वस्तुस्थिति एवं अब तक की गई कार्यवाही के बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को रिपोर्ट प्रेषित करने केनिर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015, वर्ष 2020 एवं वर्ष 2024 की सेटेलाइट इमेजिंग का उपयोग कर अतिक्रमण की स्थिति का आंकलन किया जाये एवं विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। बैठक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सोने का गुर्जा एवं शेरगढ़ किले पर चल रहे विकास कार्यों की गहन मॉनिटरिंग कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने चंबल नदी पर पर्यटन की व्यापक संभावना को देखते हुए नगर परिषद को चंबल सफारी तक पाथ वे तथा टॉयलेट्स इत्यादि आधारभूत सुविधाओं के विकास हेतु निर्देशित किया। उन्होंने राजाखेड़ा के सिलावट गांव में सनराइज प्वाइंट विकसित करने हेतु भी निर्देश प्रदान किये। बैठक में मचकुंड परिक्रमा मार्ग में हुए लाइट कार्य के सत्यापन करने तथा मचकुंड को कृष्णा सर्किट में शामिल किये जाने हेतु प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिये।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक संजय जौहरी ने मचकुंड पर चल रहे मौजूदा विकास कार्यों के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि लगभग 10 करोड़ रूपये की वित्तीय स्वीकृति के उपरांत 2.5 करोड़ रूपये मचकुंड पर विकास कार्य हेतु भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को हस्तांतरित किये गए हैं। बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / प्रदीप कुमार वर्मा