
जयपुर, 25 मार्च (Udaipur Kiran) । देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर 13 नवंबर 2024 को हुए उप चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के एसडीएम को थप्पड मारने की घटना के बाद समरावता में ग्रामीणों के खिलाफ हुई कार्रवाई की सीबीआई जांच की गुहार मामले में राज्य सरकार ने अनुसंधान को लेकर अदालत को जानकारी दी है। राज्य सरकार ने कहा कि पहले मामले की जांच डीएसपी रघुवीर सिंह कर रहे थे। अब जांच एडिशनल एसपी मोटाराम बेनीवाल को सौंप दी है। राज्य सरकार के इस जवाब का याचिकाकर्ता ने विरोध किया और जांच सीबीआई को भेजने का आग्रह किया है। जिस पर जस्टिस वीके भारवानी ने प्रार्थी पक्ष से कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार का जवाब आने दें। इसके साथ ही अदालत ने दिलखुश मीणा व अन्य की याचिका पर सुनवाई टाल दी।
याचिका में कहा गया है कि ग्रामीण शांतिपूर्वक इसका विरोध कर रहे थे। इस दौरान ग्रामीणों पर स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने अत्याचार कर पत्थर फैंके। कार्रवाई करने के बजाय पुलिस से उनके खिलाफ ही झूठी एफआईआर दर्ज करवाई। ऐसे में मामले की जांच हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में सीबीआई से करवाई जाए। गौरतलब है कि पिछली सुनवाई पर राज्य सरकार ने अदालत को कहा था कि कुछ आरोपियों के खिलाफ चालान पेश कर दिया है, और कुछ के खिलाफ जांच लंबित है। इस पर अदालत ने नाराजगी जताते हुए आईओ से पूछा था कि केस में अन्य आरोपियों के खिलाफ अनुसंधान लंबित क्यों रखा है। आईओ पेश होकर स्पष्टीकरण दें कि अन्य आरोपियों के खिलाफ चालान पेश क्यों नहीं हुआ।
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(Udaipur Kiran)
