
हैदराबाद, 7 मई (Udaipur Kiran) । भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर तेलुगु भाषाई राज्यों के हैदराबाद और
विशाखापत्तनम शहरों में सिविल मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक कराया गया। अर्द्धसैनिक बलाें के जवानाेें ने लाेगाें काे युद्ध की स्थिति और आपात स्थिति में नियमाें का पालन करने और अपने बचाव के तरीकाें काे समझाया।
केन्द्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार हैदराबाद में नगरपालिका (जीएचएमसी) के अंतर्गत आने वाले कई क्षेत्राें के चाैराहाें पर दो मिनट तक सायरन बजाया गया। शहर के चारऔद्योगिक और रक्षा मंत्रालय से जुड़े क्षेत्र नानलनगर, कंचनबाग, सिकंदराबाद, ईसीआईएल एनएफसी में मॉक ड्रिल की गई। शहर के पुलिस कमांड कंट्रोल सेंटर के वरिष्ठ अधिकारियाें की निगरानी में हुई
माॅक ड्रिल के दाैरान एनडीआरएफ, पुलिस, और अर्द्धसैनिक बलाें के जवानाें ने नागरिकों को युद्ध की स्थिति वाले नियमों के बारे में समझाया और आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया करने की जानकारी दी गई। मॉक ड्रिल के दाैरान ऐसे दृश्य बनाए गए, जिसमें फायरिंग और बम की धमाकाें की आवाज की गई। किसी बिल्डिंग में घुसकर फायरिंग के दाैरान वहां मौजूद लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास किया गया।
हैदराबाद के एक रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय कॉलोनी के पास 24 मंजिला बिल्डिंग को कैसे सुरक्षित तरीके से खाली कराया जाए, इस पर भी पुलिस और नागरिकों को अवगत कराया गया। माॅक ड्रिल में अग्निशमन कर्मियों सहित 12 विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। राज्य के दूसरे शहर विशाखापत्तनम के पुराने पोस्ट ऑफिस चौराहे पर मॉक ड्रिल किया गया। लोगों को आपातकालीन स्थितियों में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया गया। लोगों और बचावकर्मियों को अपनाई जाने वाली प्रक्रिया के बारे में बताया गया। इस मॉक ड्रिल की शुरुआत सायरन की आवाज़ के साथ हुई। विशाखापत्तनम नाैसेना, अर्द्धसैनिक बल के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / नागराज राव
