धमतरी , 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । गर्भवती, शिशुवती महिलाओं व नौनिहालों के बेहतर स्वास्थ्य काे लेकर लगातार जागरुकता अभियान चलाया जाता है। इसी क्रम में इन दिनों शासन द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया गया है, जिसमें पोषण आहार की जानकारी दी जा रही है। यह पोषण माह 30 सितंबर तक जारी है।
पोषण माह के तहत आयोजित आंगनबाड़ी केंद्रों में एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, बेहतर प्रशासन, पारदर्शिता और कुशल सेवा वितरण के लिए प्रौद्योगिकी और समग्र पोषण इत्यादि कार्यक्रम जिले में आयोजित किए जा रहे हैं। एकीकृत बाल विकास परियोजना धमतरी शहरी के तहत पोस्ट आफिस वार्ड धमतरी में सही-सही वृद्धि मापन एवं अनुश्रवण के संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जानकारी दी गई। इस अवसर पर बच्चों का वजन और वृद्धि मापन किया गया। आगामी दिनों में शहर के वार्डों में सभी शून्य से छह साल तक के बच्चों का वजन, ऊंचाई, लंबाई को जन्मतिथि के साथ पोषण ट्रेकर एप में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा एंट्री की जाएगी। इससे सामान्य, मध्यम गंभीर एवं गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान होगी। उन्होंने बताया कि बच्चे के नाटा या दुबलापन का भी इस दौरान चिन्हांकन किया जाएगा। जिले के नगरी, मगरलोड, कुरूद स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पोषण संबंधी कार्यशाला, बच्चों का वजन और वृद्धि मापन इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कुपोषित बच्चे का किया जाएगा चिन्हांकन
परियोजना अधिकारी चित्ररेखा यादव ने बताया कि वजन त्योहार में आंगनबाड़ी स्तर पर बच्चों के वृद्धि मापन पर्यवेक्षक, परियोजना अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग सहित यूनिसेफ द्वारा सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कुपोषित बच्चे का चिन्हांकन होने पर बाल संदर्भ शिविर में स्वास्थ्य जांच कराकर आगे पोषण प्रबंधन किया जाएगा। जिन बच्चों का वजन अति गंभीर कुपोषित श्रेणी में आएगा उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर वजन व स्वास्थ्य सुधार किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा