जम्मू , 28 दिसंबर (Udaipur Kiran) । डोगरी संस्था जम्मू ने राइटर्स क्लब, के.एल. सैहगल हॉल जम्मू में आयोजित समारोह में इंद्रजीत केसर के डोगरी उपन्यास ‘दोहरी’ का विमोचन किया। इस अवसर पर जम्मू विश्वविद्यालय के भूतपूर्व उपकुलपति प्रोफेसर आर. डी. शर्मा मुख्य अतिथि, सेवानिवृत्त मेजर जनरल एस.के. शर्मा विशिष्ट अतिथि थे, जबकि डोगरी संस्था जम्मू के प्रधान प्रो. ललित मगोत्रा ने समारोह की अध्यक्षता की।
मुख्य अतिथि प्रो. आर डी शर्मा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डोगरी संस्था 1944 में अपने गठन के बाद से ही मातृभाषा डोगरी और क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने में सराहनीय प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस नेक काम में योगदान देना सभी व्यक्तियों का कर्तव्य है, क्योंकि डोगरी दुनिया भर में कई अन्य मातृभाषाओं की तरह खतरे का सामना कर रही है। हमें यह समझना होगा कि हमारी मातृभाषा और सांस्कृतिक परंपराएं वास्तव में हमारा अस्तित्व हैं और हमें इन्हें हर कीमत पर संरक्षित करना होगा। उन्होंने वरिष्ठ डोगरी लेखक इंद्रजीत केसर को भाषा और साहित्य को समृद्ध करने के लिए बधाई दी और उपन्यास के रूप में उनकी एक और रचनात्मक साहित्यिक कृति का स्वागत किया।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त मेजर जनरल एस.के. शर्मा ने कहा कि डोगरी एक मधुर भाषा है और हमें इसे संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। इसे इंद्रजीत केसर जैसे कर्मठ साहित्यकारों की जरूरत है जो एक ऐसे उद्देश्य के लिए काम करने में विश्वास करते हैं, जो वास्तव में हम सभी का सांझा उद्देश्य है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अन्य लोग भी उनका अनुसरण करेंगे और गुणवत्तापूर्ण साहित्य के साथ मातृभाषा को समृद्ध करेंगे।
प्रो. ललित मगोत्रा ने लेखक इंद्रजीत केसर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह अधिक से अधिक योगदान देने के मिशन के साथ काम करने वाले लेखक रहे हैं जो दूसरों के लिए भी प्रेरणा है। हालांकि, वर्तमान में उपन्यास लिखने में अधिक रुचि रखते हैं, लेकिन उन्होंने सुंदर कविताओं, यात्रा वृत्तांत, निबंध, बाल साहित्य से भी मातृभाषा में साहित्य समृद्ध किया है। इस अवसर पर लेखक इंद्रजीत केसर ने भी दर्शकों के साथ अपनी साहित्यिक यात्रा सांझा की। उपन्यास पर विस्तृत आलेख अशोक खजूरिया ने प्रस्तुत किया, कार्यक्रम का संचालन प्रोमिला मन्हास ने किया तथा डोगरी संस्था जम्मू के महामंत्री राजेश्वर सिंह ‘राजू’ ने सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया। समारोह में बड़ी संख्या में साहित्यकार, साहित्य प्रेमी तथा लेखक के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा