कोलकाता, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दुर्गा पूजा से पहले पश्चिम बंगाल में फिर से मौसम की अनिश्चितता देखने को मिल रही है। बंगाल की खाड़ी के पास, खासकर बांग्लादेश के तटवर्ती क्षेत्रों में, शुक्रवार को एक नए कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से पूरे राज्य में बारिश हो सकती है, जिससे अगले बुधवार यानी दुर्गा पूजा के छठे दिन तक मौसम गड़बड़ रह सकता है। इस दौरान उत्तर बंगाल में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है, जबकि दक्षिण बंगाल में भी कुछ जिलों में सतर्कता जारी की गई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। शनिवार तक बारिश की गतिविधियां कुछ कम हो सकती हैं, लेकिन तब तक कोलकाता और आसपास के जिलों में लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को निम्न दबाव के प्रभाव से उत्तर बंगाल के आठ जिलों में भारी बारिश हो सकती है। दार्जिलिंग और कालिम्पोंग में विशेष रूप से सात से 20 सेंटीमीटर बारिश होने की संभावना है, जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बाकी छह जिलों में भी सात से 11 सेंटीमीटर बारिश होने की संभावना है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
शुक्रवार को अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इसके चलते इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू किया गया है। मौसम विभाग ने इन पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की भी चेतावनी दी है, जो खासकर पर्वतीय इलाकों में रहने वाले और घूमने आए पर्यटकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
गुरुवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, और दो 24 परगना जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भी बिजली के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि, यहां बहुत भारी बारिश की संभावना नहीं जताई गई है, लेकिन स्थानीय स्तर पर तेज हवाएं और बारिश का खतरा बना रहेगा।
बंगाल और बांग्लादेश के तटवर्ती इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना के चलते शुक्रवार तक मछुआरों को समुद्र में जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर