Madhya Pradesh

इंदौरः जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान बन रहा है जन आंदोलन

मंत्री सिलावट ने की समीक्षा

– मंत्री सिलावट ने की समीक्षा, अभियान को प्रभावी बनाने के लिए तालाबों, कुएं और बावड़ियों से अतिक्रमण हटाने के दिये निर्देश

इंदौर, 21 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा पर प्रारंभ हुआ जल गंगा संवर्धन अभियान इन्दौर जिले में जन आन्दोलन के रूप में ख्याति प्राप्त कर रहा है। ग्रामीणों और समाजसेवियों की भागीदारी से जल संरक्षण और संवर्धन के कार्यों के फलस्वरूप इन्दौर में जल संचय होगा, जिसका सीधा लाभ आमजन और किसानों को मिलेगा। इसके लिए अभियान के तहत इंदौर जिले में जल संरक्षण और संवर्धन के हजारों कार्य प्रारंभ किये गए हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बुधवार को इंदौर में अभियान की प्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिये कि सभी तालाबों, कुएं और बावड़ियों पर से सारे अतिक्रमण हटाये जाये, जिससे इनमें अधिक से अधिक मात्रा में जल संग्रहण हो।

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में सिलावट ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संपूर्ण मध्यप्रदेश में लागू कर जल संवर्धन के कार्यों को मूर्त रूप दिया जा रहा है, ताकि हम आने वाली पीढ़ी को हम प्रचुर मात्रा में जल संचय भण्डार विरासत में दे सकें।

मंत्री सिलावट ने जल गंगा संवर्धन अभियान की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस कार्य को जन आन्दोलन बनाने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है, जल है तो कल है, इस बात का आह्वान होना चाहिए। ताकि सभी समाजसेवियों इस पुनीत कार्य में महती योगदान दें।

जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने समीक्षा बैठक के दौरान बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान इन्दौर में ख्याति प्राप्त कर चुका है। वर्तमान में इन्दौर जिले में जल गंगा अभियान के अन्तर्गत 705 खेत तालाब, 1200 डग वेल रिचार्ज, 63 बावड़ी एवं चेकडेम जीर्णोद्धार, 5000 रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के साथ 12 अमृत सरोवर पर कार्य हो रहा है, जिसमें प्रगति होगी। पिछले वर्ष 2024 में जिले में 101 अमृत सरोवरों का निर्माण किया गया इस बार लक्ष्य बढ़ाकर कार्य किया जा रहा है। इन्दौर जिले के 43 ग्राम पंचायतों में तालाबों का गहरीकरण कार्य किया जा रहा जिससे 2300 कृषकों को लाभ हुआ। मनरेगा योजनान्तर्गत सामुदायिक हितग्राही मूलक वृक्षारोपण किये गए जिसमें इन्दौर जिले में 3 लाख से अधिक पौधे रोपित किये गए और आने वाले समय में इस वर्ष 10 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है।

मुख्य अभियंता, जल संसाधन ने जल गंगा संवर्धन के दौरान बताया कि इन्दौर जिले में 18 वृहद तालाबों पर से अतिक्रमण हटाकर जल संचय करने के लिए योजना तैयार की है, इस वर्ष अधिक जल संचय करने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे सभी को लाभ होगा। सभी तालाबों पर किसानों और ग्रामीणों से श्रमदान करके तालाबों को गहरीकरण और सौन्दर्गीकरण किया जा रहा है। तालाबों के पाल पर स्वच्छता का कार्य भी किया जा रहा है।

समीक्षा के दौरान जल संसाधन मंत्री सिलावट ने प्राचीन तालाब, कुएं, बावड़ियों के अलावा अन्य जल स्रोतों के जीर्णोद्धार पर बल देते हुए बताया कि सांवेर के बरलाई जागीर की अहिल्या कुंड और डकाच्या के शिव मंदिर बावडी के साथ कनाडिया की अहिल्या बावड़ी जैसी विरासतों को बनाये रखना आवश्यक है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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