– लापरवाही बरतने पर होगी कार्यवाही
इंदौर, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिये हैं कि इंदौर जिले में सीएम हेल्पलाइन तथा लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत लंबित प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाये। निराकरण में लापरवाही और उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि 50 दिन से अधिक की अवधि के कोई भी प्रकरण लंबित नहीं रहें। इन प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए शिविर लगाये जाए। समय सीमा के पत्रों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर जिला शिक्षा अधिकारी सुषमा वैश्य का एक माह का वेतन राजसात करने के आदेश दिए गए हैं।
कलेक्टर आशीष सिंह सोमवार को यहां समय-सीमा के पत्रों के निराकरण(टीएल) की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, ज्योति शर्मा, रोशन राय, राजेन्द्र रघुवंशी सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने समय-सीमा के पत्रों, सीएम हेल्पलाइन तथा लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं संबंधी आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाये। सभी अधिकारी प्रतिदिन सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को अनिवार्य रूप से देखें। संबंधित आवेदक से चर्चा कर निराकरण की प्रक्रिया शुरू कर दें। प्रकरणों के सकारात्मक निराकरण पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि आवेदन का आवेदक की संतुष्टि के साथ सकारात्मक निराकरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरणों का निराकरण भी समय-सीमा में सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने खाद वितरण व्यवस्था की भी समीक्षा की। इस अवसर पर बताया गया कि जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है। किसानों को उनकी मांग के अनुसार समय पर खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। किसी भी तरह खाद की कोई कमी नहीं है। बैठक में बताया गया कि संजीवनी क्लिनिकों की व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी तथा बेहतर बनाने के लिए निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित अस्पतालों और चिकित्सकों की सेवाएं लेने का कार्य भी प्रारंभ किया गया है। इस संबंध में अभी तक 26 संजीवनी क्लिनिकों के लिए अस्पतालों और चिकित्सकों की सहमति प्राप्त हो गई है।
कलेक्टर ने बताया कि अगले दिसम्बर माह का वेतन जो जनवरी में देय होगा वह बॉयोमेट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही आहरित किया जायेगा। इसके लिए उन्होंने जिला कोषालय अधिकारी को एसओपी बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी पटवारी अपने निर्धारित दिनों में निर्धारित मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत प्रगति रत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के सभी स्कूलों तथा अस्पतालों में उपस्थिति के लिए प्राथमिकता के साथ अतिशीघ्र बॉयोमेट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) तोमर