
इंदौर, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 अंतर्गत संचालित लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था के सुचारू क्रियान्वयन तथा आगामी एक मई से प्रस्तावित स्मार्ट पीडीएस व्यवस्था के सफल संचालन के लिए वर्तमान में हितग्राही ई-केवायसी का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आगामी 30 अप्रैल तक समस्त पात्र हितग्राहियों की ई-केवायसी पूर्ण की जाना है।
जिला प्रशासन द्वारा उक्त कार्य को 25 अप्रैल तक पूरा करने का निर्णय लिया गया है। सभी अनुविभागीय अधिकारी, सभी आपूर्ति अधिकारी, विक्रेताओं को कलेक्टर श्री आशीष सिंह द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि पात्र हितग्राहियों के घर-घर जाकर सुबह शाम गली मोहल्ले गांव में कैंप आयोजित करें एवं कार्य को शतप्रतिशत पूर्ण करें। वास्तविक पात्र हितग्राहियों को उनकी पात्रता अनुरूप खाद्यान्न सामग्री की निर्धारित समय सीमा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उक्त कार्यवाही की जा रही है। इंदौर जिले में वर्तमान मे 16 लाख 86 हजार सदस्यों में से 15 लाख 37 हजार सदस्यों की ई-केवायसी पूर्ण कर ली गई है, जबकि शेष एक लाख 49 हजार हितग्राहियों की ई-केवायसी शेष है।
जिला आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू ने गुरुवार को बताया कि वर्तमान में उचित मूल्य दुकान की पीओएस मशीन के माध्यम से दुकान से सम्बद्ध ग्राम पंचायत के ग्रामों, वार्डों और शहरी दुकान के वार्डों में ई-केवायसी के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस दौरान कैम्प आयोजन के लिए गठित दल के सदस्य, दुकान विक्रेता, ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक, उचित मूल्य दुकान के नोडल अधिकारी, शहरी वार्ड के वार्ड प्रभारियों द्वारा सर्वे उपरांत ई-केवायसी कार्य कराया जा रहा है। शासन के निर्देशानुसार अब ई-केवायसी के लिए मेरा ई-केवायसी एप भी लांच किया गया है। पात्र हितग्राही एंड्राइड मोबाइल के माध्यम से एप डाउनलोड कर स्वयं और परिवार के सदस्यों सहित अन्य पात्र हितग्राहियों का फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से ई-केवायसी कर सकेंगे। इससे दुकानों की पीओएस मशीन में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, वृद्धजन सहित बायोमैट्रिक सत्यापन में समस्याओं का सामना करने वाले हितग्राहियों को मदद मिलेगी। यह एप अन्य स्थानों पर निवासरत अथवा व्यस्तता के कारण दुकान एवं शिविर में उपस्थित नहीं हो सकने वाले हितग्राहियों के लिए भी मददगार होगा।
एप के जरिए ई-केवायसी की प्रक्रिया
मोबाइल फोन में सर्वप्रथम फेस आरडी एप डाउनलोड करना है। इसके बाद गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से मेरा ई-केवायसी एप डाउनलोड कर एप का संचालन करते समय मोबाइल की लोकेशन चालू स्थिति में रखना आवश्यक है। ई-केवायसी करते समय फेस ई-केवायसी पेज खुलने पर मध्यप्रदेश राज्य का चयन करना होगा। इसके उपरांत हितग्राही का आधार नम्बर दर्ज कर आधार ओटीपी ऑप्शन को क्लिक करने पर 6 अंक की ओटीपी प्राप्त होगी। इस ओटीपी को एप में दर्ज कर केप्चा कोड दर्ज करना होगा। प्रविष्टियां सबमिट करने के बाद हितग्राही का विवरण खुल जाएगा और नाम, राज्य, समग्र आईडी, जिला एवं आधार नम्बर के अंतिम चार अंक प्रदर्शित होंगे। पेज में फेस ई-केवायसी ऑप्शन का चयन करने पर हितग्राही की ई-केवायसी करने संबंधी सहमति घोषणा दिखेगी। एक्सेप्ट विकल्प पर क्लिक करने पर मोबाइल फोन का फ्रंट कैमरा चालू होगा और ई-केवायसी वाले हितग्राही का चेहरा मोबाइल कैमरे के सामने करना होगा। चेहरा गोले के अंदर दिखाई देने और हरा रंग होने पर हितग्राही को अपनी पलक कैमरे के सामने दो बार झपकाना होगा। इसके उपरांत मोबाइल फोन की स्क्रीन पर ई-केवायसी सफल का संदेश दिखाई देगा।
इस संबंध में अवगत कराया गया है कि हितग्राही ई-केवायसी सफल होने के संदेश का स्क्रीनशॉट भी अनिवार्य रूप से लेकर रख लें। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की ई-केवायसी करते समय मोबाइल स्क्रीन पर फेस सुविधा की अनुमति नहीं का संदेश आएगा। इसका डाटा एनआईसी द्वारा संधारित किया जा रहा है। इसलिए बच्चों की ई-केवायसी भी एप के जरिए अनिवार्य रूप से कराने की सलाह दी गई है। जिला प्रशासन द्वारा सभी पात्र हितग्राहियों से अविलंब ई-केवायसी सत्यापन कार्य पूर्ण करने का आग्रह किया गया है, जिससे भविष्य में निर्बाध रूप से खाद्यान्न सामग्री की पात्रता और उपलब्धता निरंतर बनी रहे। पीडीएस सामग्री प्राप्त करने वाले सभी पात्र हिट भाइयों से आग्रह किया गया है कि वह निकटतम दुकान पर जाकर निकटतम आयोजित कैंप में जाकर या घर बैठे मोबाइल के अप के माध्यम से अपना केवायसी अनिवार्य तक कर ले ताकि आगामी 1 में से उनको किसी प्रकार की राशन प्राप्त करने में कठिनाई उत्पन्न हो सके।
(Udaipur Kiran) तोमर
