इंदौर, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) । कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को इंदौर शहर में बिकने वाले स्ट्रीट फूड विशेषकर चायनीस फूड के साथ परोसे जाने वाले विभिन्न प्रकार की सॉस एवं चीज़ की जांच हेतु कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये थे। निर्देशों के परिपालन में अपर कलेक्टर गौरव बैनल के मार्गदर्शन में रविवार को स्ट्रीट फूट विशेषकर चायनीस फूड के साथ परोसे जाने वाले विभिन्न प्रकार की सॉस एवं चीज़ की सघन जाँच की गयी।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम द्वारा मेघदूत चौपाटी, विजय नगर में विभिन्न स्ट्रीट फूड वेंडर्स की सघन जांच की गई तथा टीम द्वारा खाद्य पदार्थ जैसे- मेंयोनीस, चीज़, गार्लिक सॉस, पिज्जा, टॉपिंग चीज़ एंड चिली, टोमेटो कैचप, सेज़वान सॉस, पास्ता पिज्जा सॉस, पिज़्ज़ा टॉपिंग क्रिमी टोमेटो आदि के कुल 08 नमूने जाँच हेतु लिए गए।
इसी तरह एक अन्य कार्रवाई में सेज यूनिवर्सिटी स्थित मेस एवं कैंटीन का निरीक्षण जाँच टीम द्वारा किया गया। टीम द्वारा केंटीन से रेड चिल्ली सॉस, जीरावण मसाला, विनेगर, हक्का नूडल्स के कुल 04 नमूने तथा मेस से तुअर दाल एवं सौफ के कुल 02 नमूने लिए गए। जाँच के दौरान परिसर में कमियाँ भी पाई गई, जिनमें सुधार हेतु सुधार सूचना पत्र जारी किया जा रहा है। जाँच हेतु लिए गए सभी नमूनों को राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा जायेगा, जिनकी विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात आगामी वैधानिक कार्रवाई की जायेगी। आम नागरिकों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा सतत् कार्रवाई जारी रखी जायेगी।
इंदौर से सागर और भोपाल रुट पर चलने वाली यात्री बसों की सघन चेंकिंग
इंदौर में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर द्वारा लोक परिवहन वाहनों/बसों सहित अन्य वाहनों की लगातार चेकिंग की जा रही है। जिसमें वाहनों के फ़िटनेस, परमिट, बीमा, पीयूसी, कर प्रमाण पत्र आदि चेक किये जा रहे हैं। बसों में ओवरलोडिंग, अधिक किराया की भी जांच की जा रही है। लोगों को अपने वाहनों पर एचएसआरपी नम्बर प्लेट लगवाने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। वाहन की गति, स्पीड गवर्नर सहित दस्तावेज की चेकिंग की जा रही है।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि रविवार को विशेष रूप से नवलखा बस स्टैंड से संचालित बसों की चेकिंग की गई। इस दौरान इंदौर से सागर, इंदौर से भोपाल रूट की बसों की भी चेकिंग की गई। यात्रियों से अधिक किराया लेने, क्षमता से अधिक सवारी पाए जाने,परमिट शर्तों का उल्लंघन करने, बसों में विभिन्न कमियां पाए जाने पर 20 से अधिक वाहनों पर जुर्माना लगाया गया। इस दौरान वाहन संचालकों से 60 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया।
(Udaipur Kiran) तोमर