
– चैम्पियन्स ट्रॉफ़ी में भारत की जीत के बाद महू में निकले जुलूस में सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने का आरोप
इंदौर, 11 मार्च (Udaipur Kiran) । इंदौर जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी आशीष सिंह द्वारा आपराधिक प्रवृत्ति में लिप्त दो व्यक्तियों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) की कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक इंदौर (ग्रामीण) के प्रतिवेदन के आधार पर मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी आशीष सिंह ने पुलिस अधीक्षक इंदौर (ग्रामीण) के प्रतिवेदन के आधार पर सोहेल पुत्र साहिद कुरैशी निवासी बतख मोहल्ला महू, जिला-इन्दौर और एजाज पुत्र मोहम्मद रफीक खान निवासी बंडा बस्ती, हाल निवास कंचन विहार खान कालोनी महू जिला इंदौर को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजने के आदेश जारी किये हैं।
उल्लेखनीय है कि रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में भारत के जीतने के बाद महू में आमजन द्वारा भारतीय टीम की जीत की खुशी में मोटर साइकिल पर तिरंगा लेकर विजय जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में बच्चे व युवा लोग सभी साथ में सम्मिलित थे, तभी अनावेदकों द्वारा मोती महल चौराहे पर एक मत होकर अपने साथियों के साथ मिलकर षडयंत्र पूर्वक साम्प्रदायिक सौहार्द खराब करने की नियत से ईंट पत्थर आदि से जुलूस पर रूकावट करने हेतु पथराव किया गया। जिससे लोगों को चोट पहुंची और साम्प्रदायिक सौहार्द को तहस नहस किया गया। चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने पर निकल रहे जुलूस पर अनावेदकों द्वारा आमजनों को गालियां देते हुये षड्यंत्र पूर्वक एक मत होकर ईंट पत्थर से पथराव किया गया एवं साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया।
आदेश में कहा गया है कि दोनों ही आरोपी अपराध जगत में सक्रिय है। इनके विरूद्ध आम जनों को अश्लील गालियां देने, मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने, तोडफोड कर नुकसान पहुंचाने, साम्प्रदायिक उन्माद पैदा कर दंगे करने, लोक व्यवस्था भंग करने जैसे विभिन्न आपराधिक मामलों में प्रकरण पंजीबद्ध हैं। अनावेदकों के कृत्यों से क्षेत्र की लोक व्यवस्था प्रभावित होने की प्रबल संभावना होने तथा जिले में शांति व कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये इनके विरूद्ध रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।
इधर, चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में भारत की जीत के बाद रविवार रात को महू में हुए उपद्रव का का नया वीडियो भी मंगलवार की शाम सामने आया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि मैच के बाद कुछ लोग बाइक पर बैठकर हाथ में तिरंगा लेकर जामा मस्जिद के सामने से निकल रहे हैं। इस दौरान वे भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं। इनमें से कुछ लोगों के हाथ में ढोल भी हैं। इसी समय मस्जिद के गेट पर खड़ा एक शख्स दोनों हाथ उठाकर अंदर से लोगों को बुला रहा है। मस्जिद के अंदर से कुछ लोग तेजी से निकलकर बाहर आए और नारेबाजी कर रहे लोगों पर हमला कर दिया। इनके हाथ में डंडे और पत्थर थे। कुछ ही देर में नारेबाजी करने वालों को चारों ओर से घेर लिया और लोगों को पीटने लगे। (Udaipur Kiran) इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन इस मामले में डीआईजी निमिष अग्रवाल का कहना है कि वीडियो हमें भी मिला है। यह किस मोबाइल से और कब बनाया गया है, इसकी जांच की जाएगी। यह वायरल कैसे और किसने किया, इसकी भी जांच करेंगे।
डीआईजी अग्रवाल ने बताया कि जामा मस्जिद के सामने से जुलूस निकलते समय तनाव की स्थिति बनी। फिर वहां से जो झगड़ा शुरू हुआ वह पूरे शहर में फैल गया। सुतली बम फेंकने के संबंध में हमें अभी तक कोई प्रमाण नहीं मिला है। मस्जिद और अन्य स्थानों पर इतने अधिक पत्थर कहां से आए इस बारे में भी विवेचना कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मामले में अब तक दोनों पक्षों की ओर से दंगा, बलवा, मारपीट की धाराओं में आठ एफआईआर हुई है। इनमें 100 से ज्यादा आरोपियों में 50 से ज्यादा आरोपी नामजद हैं। कुल 13 आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं, जो भी अफवाह फैलाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। चौपाटी पर लगी आग की जांच कर रहे हैं। कई बार शॉर्ट-सर्किट से भी आग लग सकती है।
(Udaipur Kiran) तोमर
