

– नए ग्रिडों से बिजली वितरण क्षमता में 350एमवीए की बढ़ोत्तरी
इन्दौर, 27 मई (Udaipur Kiran) । रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत इंदौर संभाग के आलीराजपुर जिले के बड़ागुड़ा ग्राम में बना 70वें सब स्टेशन (ग्रिड) को ऊर्जीकृत कर दिया गया हैं। आरडीएसएस अंतर्गत बने 33/11 केवी के 5 एमवीए क्षमता के 70 ग्रिडों से कुल वितरण क्षमता में 350 मैगा वोल्ट एमपीयर की बढ़ोत्तरी हो चुकी हैं।
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि केंद्र शासन की योजना आरडीएसएस में राज्य का अंशदान भी लागू हैं, इसी के तहत मालवा और निमाड़ में बिजली वितरण क्षमता के औद्योगिक क्षेत्र, कृषि क्षेत्र, आबादी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र में विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बड़ागुड़ा का ग्रिड 5 एमवीए क्षमता का तैयार होकर ऊर्जीकृत किया गया है।
उन्होंने बताया कि 1.86 करोड़ रुपये की लागत के इस ग्रिड से हजारों ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं को पहले की तुलना में ज्यादा गुणवत्ता के साथ बिजली मिलेगी। सिंह ने बताया कि आरडीएसएस अंतर्गत सबसे ज्यादा इंदौर जिले में 9 और उज्जैन में 10 स्थानों पर ग्रिड तैयार किए गए हैं। आरडीएसएस में ग्रिडों के साथ ही केबल, ट्रांसफार्मर, पोल, तार, केपिसिटर बैंक इत्यादि के कार्य भी गुणवत्ता के साथ कराए गए हैं, इससे उपभोक्ता सेवाओं में बढ़ोत्तरी के साथ ही लाइन लॉस में कमी लाई जा रही हैं।
इंदौर जिले के ग्रिड- सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के पास, देवास नाका, रसोमा चौराहा, बिलावली तालाब के पास, पंचकुईयां के पास, ईमलीखेड़ा अरविंदो के पास,. बडियाकीमा बिचौली के पास, राजोदा, गंगाडेम कंपेल। उज्जैन जिले के ग्रिड- शंकरपुरा, लोहारिया, जवासिया, गेलाखेड़ी, जीवनखेड़ी, निंबोडिया खुर्द, रजला, परसोली, बहलोला, करोदिया।
बिजली कंपनी के एमडी ने शहर के चार ग्रिडों का निरीक्षण किया
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक (एमडी) अनूप कुमार सिंह ने मंगलवार अपराह्न शहर में चार अलग अलग स्थानों पर पहुंचकर 33/11 केवी ग्रिडों का निरीक्षण किया। मेटेनेंस के कार्यों, ट्रिपिंग में कमी इत्यादि के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने उत्तर शहर संभाग के अधीन ईएसआई ग्रिड और एलआईजी ग्रिड देखे। यहां ग्रिडों से प्रदाय की जाने वाली बिजली एवं ग्रिडों में क्षमता वृद्धि, मेंटेनेंस के कार्यों के संबंध में जानकारी।
इस दौरान बताया गया कि दोनों ही ग्रिडों से विजय नगर, मालवा मिल, इलेक्ट्रानिक कॉम्प्लेक्स जोन से जुड़े हजारों उपभोक्ताओं को बिजली प्रदाय की जाती हैं। एमडी ने पूर्व शहर संभाग के अधीन शालीमार एवं महालक्ष्मी ग्रिडों का भी निरीक्षण किया। ग्रिडों के मेंटेनेंस, स्वच्छता, इंसुलेटर, वीसीबी, सीटी-पीटी के साथ ही प्रोटोकॉल के पालन इत्यादि की जानकारी ली। ग्रिडों के आपरेटर गोविंद आल्वे और दीपेश चौहान से एमडी ने ट्रिपिंग की जानकारी लेने के साथ ही ग्रिडों पर संचालित पूरे सिस्टम के बारे में पूछताछ की। दोनों ही ऑपरेटरों से मिले उत्तर से वे संतुष्ट हुए।
एमडी सिंह ने शहर के इंजीनियरों से ट्रिपिंग में सतत कमी, बिजली वितरण की गुणवत्ता में सतत सुधार और उपभोक्ता शिकायत निवारण के प्रति गंभीरता रखने के साथ ही फोन समय पर उठाने, मेंटेनेस संबंधी सूचना समय पर उपभोक्ताओं को एसएमएस, वाट्सएप ग्रुपों इत्यादि माध्यमों से देने के निर्देश दिए। एमडी के दौरे के अवसर पर मुख्य अभियंता कार्य एसएल करवाड़िया, शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, कार्यपालन यंत्री विनय प्रताप सिंह, डीके तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) तोमर
