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पाकिस्‍तान से व्‍यापार पूरी तरह बंद करेंगे भारतीय व्‍यापारीः कैट

कैट के दो दिवसीय बैठक का जारी फोटो

नई दिल्ली, 27 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जम्‍मू-कश्‍मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के कारण भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है। इस तनाव के बीच भारत के व्यापारियों ने पाकिस्तान के साथ व्यापार न करने का कड़ा निर्णय लिया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सर्वसम्मति से पाकिस्तान के साथ हर तरह का व्यापार पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने रविवार को इसकी जानकारी दी। कारोबारी संगठन कैट की दो दिवसीय राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल की (25-26 अप्रैल) बैठक भुवनेश्वर में हुई, जिसमें देशभर के 26 राज्यों के 200 से अधिक प्रमुख व्यापारिक नेताओं ने भाग लिया। इस बैठक में पाकिस्तान से सभी तरह का व्यापार बंद करने का फैसला लिया गया।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस दो दिवसीय बैठक में पारित सर्वसम्मत प्रस्ताव में सभी व्यापारी नेताओं ने एक स्वर से पहलगाम में आतंकी घटना की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों का पूर्ण बहिष्कार करने का आह्वान किया है। इसके पहले वर्ष 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंधी में तल्खी आ गई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापार में भारी गिरावट आई थी।

व्‍यापारियों के इस पैसले से पाकिस्तान को कई बेहद आवश्‍यक वस्तुओं की सप्लाई नहीं हो सकेगी। इससे पाक में दवाइयां, रसायन, फल-सब्जियों समेत कई आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता प्रभावित होगी। हालांकि, इस निर्णय के कारण भारत पर भी असर पड़ेगा। क्योंकि नमक एवं आभूषण से लेकर निर्माण क्षेत्र और जूट की अनेक वस्तुएं पाकिस्तान से आयात की जाती हैं, लेकिन इसके बाद भी व्यापारियों ने एकतरफा निर्णय लेते हुए पाकिस्तान से व्यापार बंद करने का निर्णय लिया है।

उल्‍लेखनीय है कि अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के दौरान भारत ने पाकिस्तान को करीब 50 करोड़ डॉलर मूल्य के उत्पादों का निर्यात किया था, जिनमें मुख्य रूप से दवाइयाँ, रसायन, चीनी और ऑटो पार्ट्स शामिल थे। इसी समयावधि में पाकिस्तान से भारत का आयात मात्र 0.42 मिलियन डॉलर रहा। अब इस व्यापार को भी समाप्त करने का निर्णय व्यापारियों ने लिया है। वर्ष 2018 में भारत-पाकिस्तान के बीच लगभग 3 बिलियन डॉलर का वार्षिक व्यापार हुआ था जो वर्ष 2024 में 1.2 बिलियन डॉलर रह गया था।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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