Uttrakhand

भारतीय भाषा उत्सव : गुरुकुल में मेरी भाषा मेरे हस्ताक्षर अभियान, राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के महत्व पर डाला प्रकाश 

मेरी भाषा मेरे हस्ताक्षर अभियान

हरिद्वार, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय भाषा उत्सव के अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में मेरी भाषा मेरे हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय और परिसरों में भारतीय भाषा उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यूजीसी के दिशा-निर्देशो के अनुसार प्रत्येक वर्ष 11 दिसंबर को सुप्रसिद्ध तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिवस को भारतीय भाषा उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

हिंदी विभाग कन्या गुरुकुल परिसर हरिद्वार में भारतीय भाषा उत्सव के अंतर्गत मेरी भाषा मेरा हस्ताक्षर कार्यक्रम किया गया, जिसमें परिसर की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी की। हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. मृदुल जोशी ने अपने हस्ताक्षर अपनी भाषा में करने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित किया तथा भारतीय भाषाओं में निहित अपनत्व व प्रेम तथा सम्मान की भावना के बारे में छात्राओं का मार्गदर्शन किया। प्रो. जोशी ने राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के महत्व पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर डॉ निशा शर्मा ने कहा कि भारतीय भाषाएं देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करती हैं सभी भाषाओं की अपनी विशेषता है। हमें अन्य भाषाओं को सीखने की तरफ आगे बढ़ना चाहिए। स्नातक और स्नातकोत्तर की छात्राओं ने मिलकर हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रंग रूप वेश भाषा चाहे अनेक हैं सहित कई गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डॉ हरप्रीत कौर, शोधार्थी रीना नौटियाल,साक्षी ओझा तथा छात्राओं मंन प्रीति, शिवानी, गरिमा, भूमिका, खुशी, मुस्कान, भूमि रैना हटवाल, ज्योति, मनीषा,आरती, काजल, पायल आदि उपस्थित रहे।

वहीं दूसरी ओर मुख्य परिसर, हिन्दी विभाग में भारतीय भाषा उत्सव के अवसर पर मेरी भाषा मेरे हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया। विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सुनील कुमार ने भारतीय भाषाओं को जानने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सिनेमा एक प्रभावशाली है और हमें भारतीय भाषाओं से जुड़ी फिल्मों को देखना चाहिए। इस अवसर पर देश के विविध प्रान्तों के छात्रों ने हिन्दी सहित अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में हस्ताक्षर किए। मानविकी संकाय से जुड़े छात्रों ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमें देश के विभिन्न प्रान्तों की भारतीय भाषाओं के बारे में नवीन जानकारी प्राप्त होती है।

इस दाैरान हिन्दी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अजित तोमर, डॉ. रोशन लाल शोध छात्र मोहित संगम, जोगिंदर कुमार आदि सहित स्नातक, स्नातकोत्तर के छात्र उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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