
नई दिल्ली, 7 मार्च (Udaipur Kiran) । विदेश मंत्रालय ने वेस्ट बैंक में 10 भारतीय श्रमिकों के मिलने की पुष्टि करते हुए उन्हें इजराइल लाए जाने की पुष्टि की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज यहां साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि इजराइली सरकार के अधिकारियों ने वेस्ट बैंक में निर्माण क्षेत्र में कार्यरत इन भारतीय श्रमिकों को खोजा है और उन्हें इजराइल वापस लाने में मदद की है। जायसवाल ने कहा कि फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए भारतीय दूतावास इजराइल के अधिकारियों के साथ सम्पर्क में है।
इससे पहले इजराइली अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि इजराइल ने बंधक बनाए गए गए 10 भारतीय मजदूरों को वेस्ट बैंक से छुड़ाया है। इन भारतीय मजदूरों को वेस्ट बैंक के एक गांव से बचाया गया, जहां पासपोर्ट छीन लिये जाने के बाद से उन्हें करीब एक महीने से बंधक बनाकर रखा गया था।
‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के एक समाचार के मुताबिक इन श्रमिकों को जनसंख्या और इमीग्रेशन अथॉरिटी ने इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) और न्याय मंत्रालय के साथ मिलकर चलाए गए एक रात्रिकालीन अभियान में बचाया। सभी मजदूरों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फिलिस्तीनी काम देने का वादा करके इन सभी को अल-जायेम गांव में ले गये और फिर उनके पासपोर्ट छीन कर उन्हें बंधक बना लिया। फिलिस्तीनियों ने भारतीय नागरिकों के पासपोर्ट का इस्तेमाल कर इजराइल में दाखिल होने की कोशिश की। इजराइली रक्षा बलों ने एक सीमा चौकी पर इन संदिग्धों को रोक कर पूछताछ की तो भारतीय मजदूरों को बंधक बनाए जाने की भनक लगी। बताया जाता है कि पिछले एक साल में निर्माण उद्योग में काम करने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर इजराइल पहुंचे हैं।
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(Udaipur Kiran) / दधिबल यादव
