
जम्मू, 28 अप्रैल (Udaipur Kiran) । रामबन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर विनाशकारी बादल फटने और भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सद्भावना के तहत त्वरित और समन्वित राहत कार्य शुरू किए हैं। बनिहाल, मैत्रा, डिगडौल और अन्य प्रमुख स्थानों पर आस-पास की सेना इकाइयों से त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) को फंसे हुए नागरिकों की सहायता करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत तैनात किया गया।
सेना की टीमें प्रभावित लोगों को गर्म भोजन, पीने का पानी और आवश्यक आपूर्ति वितरित करते हुए अथक प्रयास कर रही हैं। निवासियों और यात्रियों को खराब मौसम से बचाने के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं जबकि सेना की चिकित्सा टीमों ने घायलों को तत्काल देखभाल प्रदान करने के लिए मोबाइल चिकित्सा इकाइयाँ और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित किए हैं। तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता वाले कई नागरिकों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया और उनका तुरंत इलाज किया गया। कठिन मौसम की स्थिति और ऊबड़-खाबड़ इलाकों का सामना करने के बावजूद, भारतीय सेना नागरिक प्रशासन, जम्मू और कश्मीर पुलिस और आपदा प्रतिक्रिया टीमों के साथ मिलकर संपर्क बहाल करने और स्थानीय समुदायों की सहायता करने के अपने प्रयासों को जारी रखे हुए है। सेना की त्वरित और समर्पित कार्रवाई ने और अधिक हताहतों को रोकने में मदद की है और संकट में फंसे सैकड़ों लोगों को समय पर राहत पहुंचाई है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
