– पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात सैनिकों के पास हैं अमेरिकी राइफल्स- दूसरे ऑर्डर की आपूर्ति होने पर सेना के पास होंगी 1,45,400 सिग राइफल्स
नई दिल्ली, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय सेना ने अमेरिकी कंपनी सिग सॉयर को 73 हजार असॉल्ट राइफल्स का दूसरा ऑर्डर दिया है। इससे पहले खरीदी गईं 72,400 राइफल्स कश्मीर और पूर्वोत्तर में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में इस्तेमाल की जा रही हैं। पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात पैदल सेना की बटालियनों को भी सिग सॉयर राइफल्स दी गईं हैं। दूसरे ऑर्डर की आपूर्ति होने पर भारतीय सेना के पास 1,45,400 सिग राइफल्स होंगी।
भारतीय सेना ने फरवरी, 2019 में अमेरिकी कम्पनी ‘सिग सॉयर’ से 600 मीटर दूरी तक मार करने की क्षमता वाली 72 हजार 400 सिग-716 असॉल्ट राइफल्स खरीदी थीं। फास्ट-ट्रैक प्रोक्योरमेंट (एफटीपी) सौदे के तहत 647 करोड़ रुपये से खरीदी गईं 7.62X51 मिमी. कैलिबर असॉल्ट राइफल्स की दिसम्बर, 2019 में आपूर्ति हुई। सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित उत्तरी कमान को यह राइफल्स दी गईं। भारतीय सेना की सभी पैदल सेना की बटालियनों को कम से कम 50 प्रतिशत सिग सॉयर राइफल्स मिली हैं। पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात पैदल सेना की बटालियनों को सिग सॉयर राइफल अधिक संख्या में मिली हैं जबकि अन्य बटालियनों को कम से कम 50 प्रतिशत दी गई हैं। इसके अलावा इन राइफल्स का इस्तेमाल भारतीय सेना अपने एंटी-टेरर ऑपरेशन्स में कर रही है।
भारतीय सशस्त्र बलों में हथियारों की कमी को पूरा करने के लिए खरीदी गईं 72,400 राइफल्स में से सेना को 66,400, भारतीय वायु सेना को 4,000 और नौसेना को 2,000 दी गईं थीं। इन असॉल्ट राइफल्स में कश्मीर और पूर्वोत्तर में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में उपयोग के दौरान कई ‘गड़बड़ियां’ सामने आई हैं। भारतीय सेनाओं के पास मौजूदा समय में लगभग 20 लाख हथियार उपयोग में हैं। भारतीय सेना विभिन्न प्रकार की असॉल्ट राइफल्स का उपयोग करती है। इनमें इंसास (इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम), एके-47, सिग सॉयर 716 और टावर बंदूकें हैं। छोटे हथियारों की सूची में लगभग 10 लाख इंसास राइफल्स बड़ा हिस्सा हैं। अतिरिक्त ऑर्डर की आपूर्ति होने पर 1,45,400 सिग 716 राइफल्स भारतीय सेना की सेवा में होंगी।
अमेरिकी कंपनी सिग सॉयर के अध्यक्ष और सीईओ रॉन कोहेन ने एक बयान में कहा कि हमें भारतीय सेना के आधुनिकीकरण प्रयास में भागीदार होने पर गर्व है। साथ ही सिग-716 राइफल ने भारतीय सेना के साथ रक्षा मंत्रालय के आधुनिकीकरण लक्ष्यों को हासिल करने में मदद की है। रक्षा मंत्रालय से 2019 में हुए पहले अनुबंध के बाद हमने भारतीय रक्षा मंत्रालय के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत किया है। राइफल्स की आपूर्ति होने पर सैनिकों की भारी मांग के कारण अतिरिक्त 73 हजार राइफल्स के लिए दूसरा ऑर्डर मिला है। उन्होंने कहा कि इन राइफल्स का उद्देश्य ‘शूट टू किल’ होता है, इसीलिए इनका इस्तेमाल अमेरिका के अलावा दुनियाभर की करीब एक दर्जन देशों की पुलिस और सेनाएं करती हैं।
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(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम / दधिबल यादव