– वैशाख बुद्ध पूर्णिमा 2025 पर हुआ भव्य आयोजन
नई दिल्ली, 15 मई (Udaipur Kiran) । राजधानी नई दिल्ली स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में गुरुवार को वैशाख बुद्ध पूर्णिमा 2025 का भव्य आयोजन हुआ। संस्कृति मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महासंघ (आईबीसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में बुद्ध के जन्म, ज्ञान और महापरिनिर्वाण की पावन स्मृति को नमन किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “भारत न केवल भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है, बल्कि उनके सार्वभौमिक संदेश-शांति, करुणा और मध्यम मार्ग का संवाहक और संरक्षक भी है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार ने बौद्ध सांस्कृतिक कनेक्ट को सशक्त बनाने के लिए कई प्रभावी पहल की हैं, जिसमें पवित्र बुद्ध अवशेषों का प्रदर्शन शामिल है, जो मंगोलिया, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों में भेजे गए हैं। इन प्रदर्शनों ने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा दिया है।
कार्यक्रम के मानद अतिथि किरण रिजिजू ने कहा कि बुद्ध की शिक्षाएं आज के सामाजिक और वैचारिक संघर्षों में भी मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस कथन को दोहराया जिसमें कहा गया है कि भारत का मूल स्वभाव ही शांति की खोज में निहित है।
आईबीसी के महासचिव खेनसुर जंगचुप चोएडेन रिनपोछे ने बुद्ध की 47 महान गुणों का वर्णन करते हुए धर्म और अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं, आईबीसी के महानिदेशक अभिजीत हल्दर ने पवित्र अवशेषों की वैश्विक स्तर पर हो रही नीलामी को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित विशेष संवाद सत्र में बौद्ध विद्वानों ने “संघर्ष समाधान में बुद्ध धम्म की भूमिका” विषय पर विचार साझा किए। कार्यक्रम का समापन गुरु आलपना नायक और उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ, जिसमें भारतीय शास्त्रीय नृत्य और बौद्ध परंपरा का संगम देखने को मिला।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
