




देहरादून, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भारत-कजाकिस्तान संयुक्त अभ्यास काजिंद का आठवां संस्करण वर्तमान में सूर्या फॉरेन ट्रेनिंग नोड, औली में चल रहा है। भारत और कजाकिस्तान के बीच काज़िंद संयुक्त सैन्य अभ्यास संयुक्त राष्ट्र जनादेश के अध्याय सात के तहत संयुक्त उप पारंपरिक संचालन आयोजित करने की विषय पर आधारित है।
दरअसल, भारतीय और कजाकिस्तान बलों के बीच अंतरसंचालनीयता बढ़ाने के साथ आतंक विराेधी अभियानाें पर केंद्रीत यह अभ्यास गत 30 सितंबर को शुरू हुआ था। 120 कर्मियों वाली भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन और भारतीय वायुसेना के साथ सहायक सेवा कर्मी कर रहे हैं। दोनों सेनाओं की टुकड़ियों ने अब तक योग, आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन, रॉक क्राफ्ट ट्रेनिंग और स्पेशल हेलिबोर्न ऑपरेशन में भाग लिया है। योग सत्र ने दोनों टुकड़ियों के सैनिकों को शारीरिक कल्याण, मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक संतुलन और शारीरिक अभ्यास को बढ़ावा देने में योग के महत्व को समझाया गया। भारतीय सैनिकों ने कजाकिस्तान दल के सामने आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन में अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें हाथों-हाथ मुकाबला करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। रॉक क्राफ्ट प्रशिक्षण में सैनिकों को ऊबड़-खाबड़, पहाड़ी इलाकों में कार्य करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया गया, जिससे आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान कठिन वातावरण में संचालन करने की उनकी क्षमता में वृद्धि हुई। विशेष हेलिबॉर्न ऑपरेशंस ने सैनिकों को तेजी से तैनात करने का अभ्यास कराया जिसमें संचालन करने के लिए हेलीकॉप्टरों के माध्यम से दुश्मन के क्षेत्रों में भेजा जाता है।
(Udaipur Kiran) / कमलेश्वर शरण
