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ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की खपत बढ़ाएगा भारत: हरदीप सिंह पुरी

ऊर्जा सप्ताह 2025 के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हरदीप सिंह पुरी
ऊर्जा सप्ताह 2025 के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हरदीप सिंह पुरी

भारत ऊर्जा सप्ताह के समापन समाराेह काे केन्द्रीय मंत्री ने किया संबाेधित

नई दिल्ली, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत का लक्ष्य अपने ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की वर्तमान खपत को करीब 6 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करना है। उन्होंने तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आपूर्ति के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संबंधों के रणनीतिक महत्व पर जोर दिया।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी शुक्रवार को भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 के समापन समाराेह काे संबाेधित कर रहे थे। इस माैके

पर उन्हाेंने कहा कि भारत ने वैश्विक ऊर्जा नेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की। उन्‍होंने इस आयोजन की अभूतपूर्व सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें प्रतिभागियों और प्रदर्शकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई, जहां तकनीकी शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए हैं।

मंत्री ने बताया कि इस आयोजन ने पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, हरित ऊर्जा, जैव ईंधन और सीबीजी सहित विभिन्न क्षेत्रों को शामिल करके उल्लेखनीय रूप से अपेक्षाओं से अधिक अभिनव विकास को दर्शाया है। पुरी ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि तीन वर्षों की अल्पावधि में ही भारत ऊर्जा सप्ताह ने स्वयं को विश्व के दूसरे सबसे बड़े ऊर्जा मंच के रूप में स्थापित कर लिया है। उन्‍होंने कहा कि इसका चौथा संस्करण गोवा में आयोजित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के माध्यम से विकसित नया विधायी ढांचा लोकसभा में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने अपने संबोधन में विशेष रूप से बीपी के साथ ओएनजीसी के सहयोग और पहले दौर में ब्लॉकों के लिए बोली लगाने में रिलायंस का उल्लेख किया, जो उद्योग साझेदारी का एक मजबूत संदेश है।

केंद्रीय मंत्री पुरी ने अन्वेषण और उत्पादन (ईएंडपी) क्षेत्र में सुधारों को संबोधित करते हुए करीब दाे लाख वर्ग किलोमीटर को कवर करने वाले ओपन एकरेज लाइसेंसिंग प्रोग्राम (ओएएलपी) राउंड एक्स के पैमाने का विस्तृत विवरण दिया। मंत्री ने बताया कि इस दौर में बढ़ी हुई रुचि नियामक व्यवस्था में व्यवस्थित सुधारों, उत्पादन से राजस्व साझाकरण तंत्र में संक्रमण, साथ ही तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) अधिनियम 1948 में प्रस्तावित संशोधनों से प्रेरित है।

पुरी ने जैव ईंधन कार्यक्रम को एक उल्लेखनीय पहल बताया। इसमें इथेनॉल मिश्रण के लिए 1,700 करोड़ लीटर की वर्तमान क्षमता का हवाला दिया गया, जबकि 20 फीसदी मिश्रण लक्ष्य से परे की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा पुरी ने ग्रीन हाइड्रोजन के बारे में विशेष उत्साह व्यक्त किया, 2030 के लिए 5 एमएमटी वार्षिक उत्पादन लक्ष्य की ओर आश्वस्त प्रगति की पुष्टि की और टिकाऊ विमानन ईंधन विकास पर भी प्रकाश डाला।

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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर

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