नई दिल्ली/नोएडा, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को कहा कि भारत एक विश्वस्तरीय किफायती स्वास्थ्य सेवा गंतव्य और वैश्विक फार्मा लीडर के रूप में उभरा है।
जितिन प्रसाद ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में फार्मा एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (CAPEXIL) और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फार्मा एवं हेल्थकेयर प्रदर्शनी (आईपीएचईएक्स-2024) का उद्घाटन करते हुए यह बात कही। उन्होंने भारतीय फार्मास्युटिकल उद्योग से दुनिया का हेल्थकेयर संरक्षक बनने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
प्रसाद ने फार्मा उद्योग से निर्यात बढ़ाने और विकास के उभरते अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया। उन्हाेंने कहा कि भारत को पहले से ही ‘दुनिया की फार्मेसी’ के रूप में मान्यता प्राप्त है। वाणिज्य राज्य मंत्री ने कहा कि यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम न केवल जेनेरिक क्षेत्र में अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करें, बल्कि अपने बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को भी सुनिश्चित करें। उन्होंने आगे कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम उत्पाद विकास का प्रयास करें और नए क्षेत्र में कदम रखें।
मंत्री ने उद्योग जगत से नवाचार, गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने और विश्व बाजार के साथ काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा बहुत महत्वपूर्ण होगी। नए विकास और अच्छे विनिर्माण प्रथाओं से अवगत रहना महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने एपीआई और चिकित्सा उपकरणों के लिए पीएलआई जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं।
प्रसाद ने कहा कि तीन दिवसीय फार्मा एक्सपो आईपीएचईएक्स भारत और दुनिया भर के घरेलू उद्योग के प्रमुखों को जुड़ने और व्यापार करने के लिए एक शानदार मंच प्रदान करेगा। यह आपको नए और मौजूदा ग्राहकों से मिलने का अवसर प्रदान करेगा जो सक्रिय रूप से नए आपूर्तिकर्ताओं की तलाश कर रहे हैं, या मौजूदा परियोजनाओं की वर्तमान प्रगति का आकलन करना चाहते हैं।
(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर