West Bengal

कोलकाता में अंतरराज्यीय गिरोह की लूट का बढ़ता पैटर्न, पुलिस ने शुरू की जांच

कोलकाता पुलिस

कोलकाता, 01 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कोलकाता पुलिस ने शहर के व्यापारियों को निशाना बनाकर हो रही लगातार लूट की घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, बीते दो महीनों में समान तरीके से की गई कई वारदातों के पीछे एक ही गिरोह का हाथ हो सकता है, जिसका संबंध मुंबई के कुख्यात ईरानी गैंग से बताया जा रहा है। यह गिरोह ठगी और लूटपाट की घटनाओं में संलिप्त है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह केंद्रीय एजेंसियों जैसे सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग के अधिकारी बनकर व्यापारियों के घरों, दुकानों और दफ्तरों पर छापेमारी का नाटक करता है। ये ठग फर्जी तलाशी अभियान चलाकर वहां रखी नकदी और कीमती सामान लूटकर फरार हो जाते हैं। इतना ही नहीं, वे व्यापारी से फर्जी जब्ती सूची पर हस्ताक्षर भी करवा लेते हैं, जिससे लूट को कानूनी कार्रवाई का रूप दिया जा सके।

गिरोह के सदस्य कभी-कभी व्यापारियों या उनके कर्मचारियों को बैंक जाते समय रास्ते में रोककर भी ठगी करते हैं। वे नकदी जब्त करने का नाटक कर लूट को अंजाम देते हैं और पीड़ित को एक नकली जब्ती सूची थमा देते हैं।

ताजा मामला 27 मार्च की रात का है, जब कोलकाता के कॉटन स्ट्रीट स्थित एक आभूषण दुकान का कर्मचारी 33 लाख रुपये के गहनों की डिलीवरी करने निकला था। रास्ते में तीन अज्ञात लोगों ने उसे रोककर सीबीआई अधिकारी होने का दावा किया और गहनों को जब्त करने के नाम पर लूट लिया। उन्होंने कर्मचारी पर तस्करी के सोने से गहने बनाने का आरोप लगाया और सारा माल लेकर फरार हो गए।

इसी तरह, जोड़ासांको, हेयर स्ट्रीट और बिधाननगर में भी पिछले दो महीनों में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे पुलिस को यकीन हो गया है कि इन सभी मामलों में एक ही गिरोह सक्रिय है।

कोलकाता पुलिस ने इस बढ़ती ठगी को देखते हुए व्यापारियों और आम लोगों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने अपील की है कि अगर किसी के घर, दुकान या दफ्तर में किसी केंद्रीय एजेंसी के नाम पर छापा मारा जाता है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन या पुलिस मुख्यालय के कंट्रोल रूम को सूचित करें, ताकि छापेमारी की वैधता की पुष्टि की जा सके।

इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति रास्ते में कथित जांच के नाम पर रोका जाता है, तो उसे सबसे पहले उन अधिकारियों से नजदीकी पुलिस स्टेशन चलने की मांग करनी चाहिए। अगर वे पुलिस स्टेशन जाने से इनकार करें, तो तुरंत कंट्रोल रूम को फोन कर इसकी सूचना दें।

कोलकाता पुलिस अब इस गिरोह को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चला रही है और जल्द ही ठगों की गिरफ्तारी की उम्मीद है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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