मुंबई, 5 जुलाई (Udaipur Kiran) । देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। भीषण गर्मी के कारण आग के हादसे बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए मुंबई फायर ब्रिगेड ने लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। आग की घटनाओं से बचने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
मुंबई समेत पूरा देश भीषण गर्मी का सामना कर रहा है। कुल मिलाकर, तापमान में काफी वृद्धि हो रही है, जिससे विद्युत उपकरणों पर दबाव बढ़ रहा है। इस वजह से कार्यालयों और औद्योगिक क्षेत्रों में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। मुंबई वासियों को इस संबंध में सतर्क रहना चाहिए। इसका सावधानी ही सर्वोत्तम उपाय है। मुंबई महानगरपालिका द्वारा संचालित मुंबई अग्निशमन विभाग ने लोगों से जिम्मेदारी से कार्य करने की अपील की है। गर्म हवाओं के कारण तापमान में वृद्धि होती है, जिससे बिजली के तार गर्म हो जाते हैं और शॉर्ट सर्किट होता है। गैस रिसाव शुरू हो जाता है, पंखों, एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर और अन्य उपकरणों का अत्यधिक उपयोग होता है। इसलिए बिजली की खपत पर दबाव पड़ता है, जिससे आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी रवींद्र अम्बुलगेकर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र के तहत अग्निशमन सेवा, नागरिक सुरक्षा औरहोम गार्डमहानिदेशालय ने एक परिपत्र जारी किया है। इस संबंध में मुंबई फायर ब्रिगेड ने गर्मी के मौसम में सावधानी बरतने की अपील की है। अग्निशमन विभाग के कर्मियों को आग बुझाने के लिए लगातार प्रशिक्षित और तैयार रखा जाता है। यदि मुंबई के करोड़ों नागरिक सावधानी बरतें तो आग जैसी घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
फायर ब्रिगेड के दिशा-निर्देश
1. घरेलू और व्यावसायिक स्थानों में विद्युत तारों, प्लगों, स्विच बोर्डों और उपकरणों का नियमित निरीक्षण किया जाना चाहिए।
2. पंखे, एसी, टीवी, मिक्सर, गीजर, इस्त्री आदि जैसे उपकरणों को उपयोग के तुरंत बाद बंद कर देना चाहिए।
3. यदि आवश्यक हो तो पुरानी या खराब हो चुकी तारों की मरम्मत विशेषज्ञों की मदद से करवाई जानी चाहिए।
4. सभी आपातकालीन निकास (सीढ़ियां, प्रवेश द्वार) हर समय साफ़ रखे जाएं।
5. एक ही प्लग सॉकेट में कई विद्युत उपकरण लगाने से बचें। विद्युत उपकरणों का उपयोग उचित तरीके से किया जाना चाहिए तथा उन पर अधिक भार डालने से बचना चाहिए।
6. एयर कंडीशनिंग (एसी) प्रणाली का नियमित रखरखाव आवश्यक है।
7. अपने घर, दुकान या कार्यालय में कम से कम एक अग्निशामक यंत्र रखें और उसका उचित उपयोग करना सीखें।
8. रात को सोते समय मोबाइल फोन या अन्य डिवाइस चालू न छोड़ें।
9. अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लीनिकों को आवश्यक अग्नि सुरक्षा प्रणालियां बनाए रखना और समय पर ‘अग्नि सुरक्षा ऑडिट’ कराना आवश्यक है।
10. किसी भी आग लगने की स्थिति में बिना देरी किए आपातकालीन नंबर 101 पर संपर्क करें।
(Udaipur Kiran) / वी कुमार
