
नई दिल्ली, 07 अप्रैल (Udaipur Kiran) । केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर की यह वृद्धि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों को होने वाले 43 हजार करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति पूरा करने के लिए की गई है, जो उन्हें गैस के हिस्से पर हुए नुकसान के रूप में हुआ है। इसका असर पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों पर नहीं होगा।
हरदीप सिंह पुरी ने राजधानी नई दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, आपने वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना देखी होगी, जिसमें कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा रही है। मैं यह स्पष्ट कर दूं कि इसका बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि आपने जो उत्पाद शुल्क में वृद्धि देखी है, उसका बोझ पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि उत्पाद शुल्क में यह वृद्धि तेल विपणन कंपनियों को 43,000 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति करने के लिए की गई है, जो उन्हें गैस के हिस्से पर हुए नुकसान के रूप में हुआ है…। हरदीप सिंह ने इस तर्क को स्पष्ट करते हुए कहा कि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत घटकर लगभग 60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है, लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियां 45 दिनों की अवधि के लिए स्टॉक रखती हैं। अगर आप जनवरी में वापस जाएं, तो उस समय कच्चे तेल की कीमत 83 डॉलर प्रति बैरल थी, जो बाद में घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। इसलिए उनके पास औसतन 75 डॉलर प्रति बैरल कच्चे तेल का स्टॉक है।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उत्पाद शुल्क में इस बढ़ोतरी का उद्देश्य पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओं पर बोझ डालना नहीं है, बल्कि एलपीजी पर होने वाले नुकसान के लिए तेल विपणन कंपनियों की सहायता करना है। उन्होंने कहा, एलपीजी के प्रति सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ जाएगी। पीएमयूवाई लाभार्थियों के लिए यह 500 से 550 रुपये प्रति सिलेंडर हो जाएगी, जबकि अन्य उपभोक्ताओं के लिए यह 803 रुपये प्रति सिलेंड से 853 रुपये हो जाएगी। यह एक ऐसा कदम है, जिसकी हम आगे चलकर समीक्षा करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क दो-दो रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया। हालांकि, पेट्रोलियम मंत्री ने साफ किया है कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों पर उत्पाद शुल्क के वृद्धि का कोई असर नहीं पड़ेगा। पेट्रोलियम कंपनियों ने उत्पाद शुल्क बढ़ने के बावजूद खुदरा कीमतें स्थिर रहने की बात कही है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
