उत्तरकाशी, 28 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के श्रीमती मंजरा देवी विश्वविद्यालय, हिटाणू धनारी डुंडा में तीन दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का शुभारंभ किया गया। इस शिविर में ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग स्वास्थ्य जांच और परामर्श के लिए पहुंचे। परमार्थ निकेतन ऋषिकेश और महावीर सेवा सदन कोलकाता के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस शिविर का उद्देश्य दिव्यांगता मुक्त भारत के अभियान को सशक्त बनाना है।
शिविर में 70 से अधिक दिव्यांग जनों ने पंजीकरण कराया है, जिन्हें 30 सितंबर को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि सरस्वती महाराज और उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के हाथों निःशुल्क कृत्रिम सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे।
गुड़गांव के मेदांता अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर भी शिविर में भाग ले रहे हैं और हजारों रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श और जांच प्रदान कर रहे हैं।
शिविर का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को आर्थिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाना है। शिविर के माध्यम से कृत्रिम अंग, व्हीलचेयर, ट्राई साइकिल, बैसाखी आदि सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय के व्यवस्था प्रमुख और भाजपा नेता पवन नौटियाल ने बताया कि यह शिविर पहाड़ी क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की कमी को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों के गरीब काश्तकारों के लिए बड़े शहरों में इलाज कराना संभव नहीं है, इसलिए उत्तरकाशी जैसे सीमांत क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा निःशुल्क इलाज किया जाना किसी वरदान से कम नहीं है।
शिविर में महावीर सेवा सदन कोलकाता के रामपदो सषमल, राम राय, मुकेश कुमार पांडे और परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के रामचंद्र शाह, ओमप्रकाश सहित अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / चिरंजीव सेमवाल