Jammu & Kashmir

जीव विज्ञान शिक्षा में क्रांति लाने के लिए जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में बायोस्कूल का शुभारंभ किया

जीव विज्ञान शिक्षा में क्रांति लाने के लिए जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में बायोस्कूल का शुभारंभ किया

जम्मू, 6 मई (Udaipur Kiran) । अनुभवात्मक शिक्षा की दिशा में एक अग्रणी कदम उठाते हुए बायोस्कूल जो कि व्यावहारिक जीव विज्ञान शिक्षा के लिए समर्पित एक अभिनव मंच है का आज जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. संजीव जैन द्वारा आधिकारिक रूप से शुभारंभ किया गया। इस पहल का उद्देश्य स्कूली छात्रों को व्यावहारिक शिक्षा के साथ बहुभाषी शैक्षिक उपकरणों को जोड़कर जीव विज्ञान पढ़ाने के तरीके को बदलना है।

लॉन्च कार्यक्रम में बोलते हुए प्रो. जैन ने युवा शिक्षार्थियों के बीच वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, बायोस्कूल एक सराहनीय पहल है जो पारंपरिक शिक्षा और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटती है। यह सुनिश्चित करती है कि छात्र जीवन विज्ञान की गहरी समझ विकसित करें। उन्होंने निरंतर सुधार के महत्व पर जोर देते हुए मंच की वेबसाइट और उत्पाद पेशकशों को बेहतर बनाने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दिए। इस कार्यक्रम में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष प्रोफेसर राकेश झा, जूलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अशोक कुमार और सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के प्रमुख डॉ. नरेंद्र के. बैरवा सहित प्रमुख शैक्षणिक हस्तियों ने भाग लिया।

प्रोफेसर स्वरकर शर्मा (जूलॉजी विभाग) के मार्गदर्शन में विकसित बायोस्कूल में एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के छात्रों की सक्रिय भागीदारी शामिल है: एमडी तौसीर आलम, अनुष्का डोभाल, यतेंद्र पवार, तृप्ति कुमारी, अमन कांत और अदित्री दीक्षित। छात्र दल ने प्रदर्शित किया कि कैसे कक्षा 2 से 12 के लिए उनके 100 अनूठे जीवविज्ञान प्रयोगों का उद्देश्य डीआईवाई (डू-इट-योरसेल्फ) किट के माध्यम से जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को सरल बनाना है।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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