
जम्मू, 18 अप्रैल (Udaipur Kiran) । नटरंग के निदेशक बलवंत ठाकुर ने पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ नटरंग स्टूडियो थिएटर में एक नृत्य कार्यशाला का उद्घाटन किया। नटरंग द्वारा आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के युवाओं में नृत्य कला को बढ़ावा देना और उसका पोषण करना है। उद्घाटन समारोह में बोलते हुए ठाकुर ने क्षेत्र के नृत्य परिदृश्य में संरचित प्रशिक्षण अवसरों की कमी पर जोर दिया। उन्होंने अप्रशिक्षित नर्तकों को प्रदर्शन मंच प्रदान करने की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की जिसके कारण घटिया मंच प्रस्तुतियों में वृद्धि हुई है।
ठाकुर ने कहा इस कला रूप को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी सौंपी गई संस्थाएं उचित प्रशिक्षण देने में विफल रही हैं, जिससे औसत दर्जे को बढ़ावा मिला है और इस तरह सांस्कृतिक उद्देश्य को नुकसान पहुंचा है। नटरंग की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने साझा किया कि संगठन ने जम्मू और कश्मीर के नृत्यों को लंदन, दुबई, रूस, जर्मनी, भूटान, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के त्यौहारों सहित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ले जाया है। उन्होंने जोर देकर कहा विश्व स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्कृष्टता हासिल करना महत्वपूर्ण है। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन करते समय औसत के लिए कोई जगह नहीं है।
ठाकुर ने आगे बताया कि नटरंग जम्मू और कश्मीर का एकमात्र सांस्कृतिक संस्थान है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, विदेश मंत्रालय द्वारा सूचीबद्ध किया गया है। उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन के लिए प्रतिष्ठित सांस्कृतिक शो की अवधारणा और क्रियान्वयन में नटरंग की महत्वपूर्ण भूमिका को भी याद किया और इसे स्वतंत्रता के बाद के सांस्कृतिक इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण करार दिया। कार्यशाला से गंभीर नृत्य सीखने वालों और उत्साही लोगों के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारने और प्रदर्शन में वैश्विक मानकों को प्राप्त करने का लक्ष्य रखने का एक मंच बनने की उम्मीद है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
