नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में ठंड बढ़ने और हवा की गति कम होने के कारण दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है। तेजी से तापमान कम हो रहा है और हवा की गति भी काफी कम है। सीएक्यूएम ने ग्रेप-2 लागू करने का निर्देश दिया था जिसे दिल्ली में लागू किया गया है। दिल्ली में कई जगहों पर एक्यूआई का स्तर काफी बढ़ रहा है। उसे कैसे नियंत्रित किया जाए और ग्रेप-2 के नियमों को और सख्ती से कैसे लागू किया जाए, उसके लिए मंगलवार को सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ संयुक्त मीटिंग की।
गोपाल राय ने बताया कि हॉटस्पॉट पर सघन निगरानी का निर्देश दिया गया है। डस्ट सप्रेसेंट मिलाकर हॉट स्पॉट पर पानी के छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली में सड़कों की सफाई के लिए एमसीडी के 6200 सफाई कर्मचारी को लगाया जाएगा। साथ ही यातायात के सुचारू प्रवाह और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर 1800 ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है। सभी सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट को निर्देश दिया गया है कि रात की ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड को हीटर उपलब्ध करवाएं। दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन मेट्रो और सीएनजी/इलेक्ट्रिक बस सेवा की फ्रीक्वेंसी बढाई जाएंगी।
आगे गोपाल राय ने कहा कि वाटर स्प्रिकलिंग करने वाले सभी संबंधित विभागों को आदेश दिया गया है कि वे पानी के छिड़काव में तेजी लाएं और डस्ट सप्प्रेसेंट्स मिलाकर हॉटस्पाट में छिड़काव करें।
पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया है कि वे मोबाइल एंटी स्मॉग गन की तैनाती निर्माण कार्य स्थलों तथा धूल वाले स्थलों पर भी करें। उन्होंने आगे कहा कि हॉट स्पॉट पर कोऑर्डिनेशन टीम को प्रतिदिन दौरा करने का निर्देश दिया गया है। एंटी डस्ट टीम को प्रतिदिन कम से कम दो सी एंड डी साइट का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि ‘ग्रेप 2’ के कार्यान्वयन के तहत डीटीसी और मैट्रो को फ्रीक्वेंसी और फेरे बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए। इसी क्रम में डीटीसी ने फ्रीक्वेंसी बढ़ाई है, मेट्रो ने 40 फेरे बढ़ा दिए हैं। मेट्रो को आगे और ज्यादा फेरे बढ़ाने के लिए कहा गया है। वहीं यातायात के सुचारू प्रवाह और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर 1800 ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है। निजी परिवहन को हतोत्साहित करने के लिए वाहन पार्किंग शुल्क में वृद्धि को लेकर संबंधित विभाग को जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों, प्राइवेट एजेंसी, कंस्ट्रक्शन साइट और रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को सुरक्षा कर्मचारियों को आवश्यक रूप से इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है जिससे कि वो सर्दियों के दौरान खुले में बायोमास नहीं जलाएं। इसके लिए राजस्व विभाग और डीपीसीसी को जरूरी निर्देश जारी करने का आदेश दिया गया है।
अंत में गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली के अंदर अलग-अलग जो हाटस्पाट हैं उनके निरीक्षण के दौरान मैंने यह देखा कि आनंद विहार में ए.क्यू.आई. 400 से अधिक है जबकि अन्य हॉट स्पॉट पर यह 300 के आस-पास है। इस बढ़ते ए.क्यू.आई. का मूल कारण पास के राज्यों से दिल्ली में आने वाली डीजल की बसें हैं। दिल्ली में जो बसें चलती हैं वह सीनएजी और इलेक्ट्रिक हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटे राज्यों की सरकारों को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है कि जबतक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है, वे अपनी डीजल बसों के स्थान पर सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों को ही भेजें।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी