कोलकाता, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कोलकाता के क़सबा इलाके में डीआई कार्यालय के सामने लाठीचार्ज को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को कोलकाता पुलिस ने घटना से जुड़े कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। एक वीडियो में एक प्रदर्शनकारी को यह कहते सुना गया कि पेट्रोल लाओ, जला देंगे।
पुलिस के इस दावे को लेकर बर्खास्त शिक्षक और शिक्षाकर्मी नाराज़ हैं। उनका कहना है कि इस तरह की कोई भी हिंसक धमकी उन्होंने नहीं दी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि उन्हें सम्मानपूर्वक नौकरी नहीं लौटाई गई तो वे मजबूर होकर खुद को आग लगा सकते हैं, लेकिन किसी और को नुकसान पहुंचाने का उनका कोई इरादा नहीं है।
गुरुवार को सियालदह से धर्मतल्ला तक बर्खास्त शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों ने पैदल मार्च किया। वहीं से उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया।
‘योग्य शिक्षक-शिक्षिका अधिकार मंच’ के संयोजक मेहबूब मंडल ने कहा कि क़सबा कांड के दौरान बड़ी संख्या में मीडिया कर्मी मौजूद थे और कई वीडियो क्लिप भी उपलब्ध हैं, लेकिन कहीं भी ऐसा कोई वीडियो नहीं है जिसमें यह दिखे कि उन्होंने किसी को जलाने या नुकसान पहुंचाने की बात कही हो।
इस मंच के ही एक अन्य सदस्य मोहम्मद अब्दुल्ला अल मनजुम ने कहा कि हमारे बीच से कोई भी इस तरह की बात नहीं कर सकता। अगर हमें सम्मानपूर्वक नौकरी नहीं मिली, तो हम पेट्रोल डालकर खुद को जला सकते हैं, लेकिन हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे।
प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया है कि उनका मकसद केवल न्याय पाना है, न कि किसी भी प्रकार का उपद्रव फैलाना।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
