
सुकमा, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।तेंदूपत्ता गबन मामले में ईओडब्ल्यू टीम ने पूर्व विधायक मनीष कुंजाम सहित तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घरों पर आज (गुरुवार) सुबह से लेकर देर शाम तक छापामार कार्रवाई की है। सुकमा जिले में 12 जगह ठिकानों पर ईओडब्ल्यू टीम ने कार्रवाई की । जिसमें से एक तेंदूपत्ता प्रबंधक के घर से 26 लाख रुपये से अधिक राशि नगद प्राप्त हुई है और इसके अलावा सभी तेंदूपत्ता प्रबंधकों से पूछताछ एवं दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है। जिसमें बैंक खाते से लेकर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस शामिल हैं । कोंटा प्रबंधक मो शरीफ़ खान के घर पर नहीं होने की वजह से उनके घर नोटिस चस्पा किया गया है ।
ईओडब्ल्यू ने देर शाम जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि तेन्दूपत्ता बोनस गबन मामले में यह कार्रवाई की गई है ।विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि अशोक कुमार पटेल, डीएफओ, वनमंडल सुकमा द्वारा लोकसेवक के पद पर पदस्थ होते हुए अपने पद का दुरूपयोग करते हुए वन विभाग के अधिकारियों एवं वनमंडल से संबंधित विभिन्न प्राथमिक लघुवनोपज समिति के प्रबंधको एवं पोषक अधिकारीगण के साथ मिलकर अपने-अपने पदों का दुरूपयोग करते हुए आपराधिक षड़यंत्र किया गया है। वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 सीजन के तेंदुपत्ता प्रोत्साहन पारिश्रमिक हेतु संग्राहको को प्रदान किए जाने वाली राशि करीब 7 करोड़ रुपये का एक बड़ा हिस्सा ,संग्राहकों को वितरित न करते हुए किसी अभिव्यक्त या विधिवत् वैध संविदा का अतिक्रमण करके बेईमानी से उस सम्पत्ति का उपयोग या व्यपन करते हुए आपराधिक न्यास भंग कर एवं उसमें से कुछ राशि निजी व्यक्तियों को दिया गया है। इस संबंध में ईओडब्ल्यू में अपराध क्रमांक -26/ 2025 धारा-409, 120बी भादवि, 08.04.2025 दर्ज किया गया है।इसी संबंध में संदेहियों के निवास स्थान एवं संबंधित जगहों पर ईओडब्ल्यू, एसीबी की टीमों ने जिला सुकमा में 12 स्थानों पर रेड की कार्रवाई की। मनीष कुंजाम, कार्यालय डीएफओ सुकमा के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक एवं प्राथमिक लघुवनोपज तेंदूपत्ता समिति के प्रबंधक ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है।
कार्रवाई में संदेहियों के निवास स्थानों एवं अन्य जगहों से प्रकरण के संबंध में महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाईल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बैंक एकाउंट एवं निवेश से संबंधित दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। डीएफओ कार्यालय सुकमा के कर्मचारी राजशेखर पुराणिक के निवास से26,63,700 रुपये नगद सर्च के दौरान जप्त किया गया है। प्राप्त दस्तावेजों का विश्लेषण एवं अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जारी है।विदित हो कि कुछ दिनों पहले इस प्रकरण के मुख्य अभियुक्त अशोक कुमार पटेल, तत्कालीन वनमंडलाधिकारी, सुकमा के विरूद्ध अनुपातहीन सम्पत्ति का मामला दर्ज कर उनसे सबंधित स्थानों पर सर्च कार्रवाई की गई थी ।
पूर्व विधायक ने उठाया था मामला
ज्ञात हो कि 8 जनवरी 2025 को पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने तेंदूपत्ता बोनस राशि गबन मामले को लेकर कलेक्टर से शिकायत की थी जिसके बाद जांच शुरू की गई थी। जिसमें डीएफओ के द्वारा लापरवाही का मामला सामने आने पर उसे निलंबित कर दिया गया था। तेंदूपत्ता बोनस 2021 एवं 2022 की संपूर्ण राशि लगभग 6 करोड़ 54 लाख 71 हजार 902 रुपये को संग्राहकों को वितरित न कर गबन किए जाने की शिकायत कर मनीष कुंजाम ने कलेक्टर से निष्पक्ष जांच कर तेंदूपत्ता हितग्राहियों की राशि वितरण की मांग की थी ।
सीपीआई नेता रामा सोडी ने मनीष कुंजाम की घर छापेमार कार्रवाई को राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए कहा कि हम लोगों ने तेंदूपत्ता के बोनस राशि गबन मामले को लेकर आवाज उठाई थी जिसके बाद एक कार्रवाई हुई है। जिन्होंने आवाज उठाई उन पर राजनीतिक षड्यंत्र के तहत कार्रवाई करना गलत है, इस कार्रवाई की हम कड़ी निंदा करते हैं।
(Udaipur Kiran) / मोहन ठाकुर
