
– अमेरिकी अर्थव्यवस्था की चिंता और डॉलर की कमजोरी के कारण सोने की बढ़ी डिमांड
नई दिल्ली, 22 मई (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में एक बार फिर तेजी का रुख बन गया है। शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज के कमोडिटी एक्सचेंज (कॉमेक्स) पर सोने की कीमत आज उछल कर 3,350 डॉलर प्रति औंस के काफी करीब पहुंच गई। माना जा रहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर बनी अनिश्चितता, डॉलर इंडेक्स की कमजोरी और बॉन्ड यील्ड में हो रही बढ़ोतरी के कारण वैश्विक बाजार में निवेशकों के बीच फिलहाल डर का माहौल बन गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी के कारण घरेलू सर्राफा बाजार और वायदा बाजार में भी सोना लगातार मजबूती की ओर बढ़ता हुआ दिखने लगा है।
अप्रैल के महीने में ही सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3,500 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंच गया था, लेकिन उसके बाद इसकी कीमत में गिरावट आने लगी, जिसके कारण इस चमकीली धातु की कीमत 3,270 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक गिर गई। सोने के भाव में आई गिरावट के कारण इसकी कीमत 3,100 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाने की भी अटकलें लगने लगी थी। हालांकि, अब इस चमकीली धातु की कीमत में तेजी आ जाने के कारण गिरावट की अटकलें थम गई हैं।
भारत में भी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में आज 24 कैरेट सोना 97,910 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। इसी तरह 22 कैरेट सोना 89,750 रुपये प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोना 73,440 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचा हुआ है। इसी तरह घरेलू बाजार में चांदी की कीमत भी पिछले तीन सप्ताह के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। चांदी आज एक लाख रुपये के स्तर को पार करके कारोबार कर रहा है। माना जा रहा है कि ग्लोबल मार्केट की अनिश्चितता के कारण चांदी की डिमांड में तेजी आई है, जिससे उसकी कीमत एक बार फिर एक लाख रुपये के ऊपर पहुंच गई है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका में बढ़ती बॉन्ड यील्ड और 20 साल के बॉन्ड ऑक्शन की फीकी डिमांड के कारण निवेशकों का रुझान गोल्ड की ओर बढ़ा है। इसके अलावा रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में कटौती किए जाने के कारण भी निवेशक सेफ इन्वेस्टमेंट के रूप में सोने के प्रति अपना आकर्षण दिखा रहे हैं।
कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का कहना है कि मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों की अनिश्चितता के कारण भी निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है। मयंक मोहन के अनुसार अगर ग्लोबल लेवल पर आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितता बनी रही, तो सोने की कीमत में भी तेजी का रुख बना रहेगा। हालांकि, चीन और अमेरिका के बीच यदि व्यापार समझौता हो जाता है, तो सोने के भाव में एक बार फिर गिरावट आने की उम्मीद की जा सकती है।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
