मुंबई,14अक्टूबर ( हि.स.) । अब समाचार पत्र वेंडरों का काम समाज में बहुत महत्वपूर्ण है और उनकी सुरक्षा और कल्याण महत्वपूर्ण है, सुबह 3:30 बजे से वेंडरों का चलना लोकतंत्र का एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व है,। विधायक संजय केलकर ने बृहन्मुंबई के प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा समाचार पत्र विक्रेता अब स्वयं मालिक बने,।इधर संघर्ष समिति का कहना है कि कल्याण बोर्ड के माध्यम से विक्रेता की सुरक्षा और कल्याण के साथ-साथ विक्रेता के बच्चों की शिक्षा, उनके स्वास्थ्य आदि पर भी विचार किया जाएगा। आज ठाणे में संघर्ष समिति ने विक्रेताओं के लिए कल्याण बोर्ड बनने के प्रयासों के लिए संजय केलकर के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए एक सद्भावना बैठक की। इस अवसर पर दादर, सीएसटी, चर्चगेट, कालबादेवी, कांदिवली, ठाणे, गोरेगांव, लोखंडवाला, ओशिवारा, नवी मुंबई आदि स्थानों से विक्रेताओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
इसके साथ ही संगठन को कंपनियों के साथ मिलकर प्रयास करने की जरूरत है ताकि ठाणे के समाचार पत्र विक्रेता विक्रेता न रहकर समाचार पत्रों के मालिक बनें। इस अर्थ में कि कमीशन बढ़ाना समय की मांग है, भले ही आपके लाइनबॉय का वेतन दोगुना या तिगुना हो जाए, लेकिन आपका कमीशन दोगुना या तिगुना होना संभव नहीं है, कमीशन वैली के इस चक्र से बहुत सावधानी से बाहर निकलना जरूरी है। . यह दावा ठाणेवैभव के मालिक और संपादक मिलिंद बल्लाल ने संघारगे समिति से बात करते हुए किया। समाचार पत्र विक्रेता समाचार पत्र उद्योग का एक मूलभूत तत्व है और यदि विक्रेता नहीं है तो हम भी नहीं हैं।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा