सूरजपुर/रायपुर , 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सूरजपुर कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी व बेटी की हत्या मामले में आक्रोशित जनता ने आज दोपहर गुस्साए लोगों ने नगर बंद का ऐलान कर आरोपित कुख्यात बदमाश कुलदीप साहू के घर में आग लगा दी। फायरब्रिगेड की टीम को भी आग बुझाने रोक दिया गया। इस दौरान लोगों को रोकने के लिए पहुंचे एसडीएम जगरनाथ वर्मा पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। एसडीएम जगन्ननाथ वर्मा ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई।इलाके में पुलिस ने घेराबंदी करके भारी बल तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सूरजपुर कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख नगर के रिंग रोड महगवां स्थित किराए के मकान में रविवार की रात प्रथम मंजिल पर पत्नी मेहू फैज 38 वर्ष व 12 वर्षीय बेटी आलिया शेख की क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई। सोमवार सुबह दोनों का शव सूरजपुर नगर से करीब 4 किमी दूर ग्राम पीढ़ा स्थित खेत के नालीनूमा गड्ढे में पड़ा मिला। पत्नी का शव सड़क के इस किनारे गड्ढे में जबकि बेटी का शव सडक़ के दूसरी ओर गड्ढे में अर्धनग्न अवस्था में मिला।बदमाशों ने प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की निर्ममता से हत्या कर दी है।
सूरजपुर जिला पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे ने आज बताया कि सूरजपुर कोतवाली थाना में पदस्थ घनश्याम सोनवानी की ड्यूटी रविवार को दुर्गा विसर्जन में लगाई गई थी। इस दौरान जब आरक्षक अपनी ड्यूटी खत्म करके चाय की दुकान में चाय पी रहा था। तभी किसी बात को लेकर आदतन बदमाश कुलदीप साहू से उसकी नोकझोंक हो गई। जिसके बाद कुलदीप ने बगल के होटल में चूल्हे पर चढ़े खौलते तेल को जवान के ऊपर फेंक दिया। गर्म तेल से साथी जवान बुरी तरह झुलस गया। इसके बाद पुलिस आरोपित की तलाश कर रही थी। तभी स्टाफ तालिब शेख अपने घर पहुंचा जहां उसके घर का दरवाजा टूटा हुआ था। साथ ही साथ घर में खून फैला था। घर पर पत्नी और बच्ची गायब थे। अनहोनी होने की सूचना थाने में दी गई। हमारी टीम मौके पर पहुंची और पतासाजी में जुटी। घटना के बाद कुछ गाड़ियों को ट्रैस किया गया। जिसमें ब्लड सैंपल मिले हैं। सोमवार सुबह शहर से दूर मां और बच्ची का शव मिला। आरोपित ने हत्या के बाद शव को खुले में दहशत फैलाने के लिए फेंका था। यह पूरी घटना आरोपित कुलदीप साहू ने कारित की है, जिसकी पतासाजी की जा रही है। इसी बीच हत्याकांड से नाराज रहवासियों ने आज आरोपित के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए,उसके घर को आग के हवाले कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारी लोगों को समझाने में लगे हैं।
वहीं पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने इस घटना को सोशल मीडिया पर लिखा कि सभी छत्तीसगढ़वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भीक हैं जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है। सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा