भाेपाल, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा मामले में एक बार फिर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्हाेंने मोहन यादव सरकार से दस सवाल पूछते हुए जवाब मांगे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि मैंने 20 दिन पहले भी सरकार से सवाल पूछे थे। जिनके जवाब सरकार की ओर से आज तक नहीं दिए गए। पूर्व मंत्री अरुण यादव ने पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह को जिम्मेदार माना है। उन्होंने कहा कि सच्चाई भी उजागर करना चाहिए कि इस अवैध नियुक्ति को उन्होंने किसके दबाव में की और उनपर किस मौजूदा उपमुख्यमंत्री पद पर काबिज नेता ने दबाव बनाकर इस आदेश को जारी करवाया था?
अरुण यादव ने शनिवार काे अपने साेशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पाेस्ट करते हुए लिखा कि सौरभ शर्मा एवं परिवहन घोटाले में मिला 54 किलो सोने, करोड़ों रुपये नगद एवं बेनामी सम्पत्ति के मामले में एक महीने के बाद भी कोई बड़ी कार्यवाही सामने नज़र नहींं आ रही है।
मैंने 20 दिन पहले भी सरकार से कुछ सवाल पूंछे थे, जिनके जवाब आज तक नहींं मिले और जांच पर सवाल बरकरार है।
अब मैं फिर 10 सवाल सरकार से पूंछ रहा हूँ।
1- सौरभ शर्मा की परिवहन विभाग में हुई अवैध अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर विभिन्न तरह का प्रमाण सामने आ रहे हैं!
यह भी सच है कि यह अवैध नियुक्ति तत्कालीन परिवहन मंत्री के कार्यकाल के दौरान हुई थी उन्होंने अपने एक बयान (सार्वजनिक हुई वीडियो क्लिपिंग) में स्वीकार किया है कि यह नियुक्ति अवैध थी। किस नेता ने दबाव में यह नियुक्ति हुई?
2 – पूर्व परिवहन मंत्री जब बता रहे है कि सरगना कौन है तो अभी तक सरकार उसके नाम का खुलासा क्यों नहीं कर रही है ?
क्या सरकार को गद्दारों का दबाव है?
3 – सौरभ शर्मा का अभी तक कोई भी जांच एजेंसी पता क्यों नहीं लगा पाई है कि आखिर वो कहाँ है?
4- क्या जांच एजेंसियों ने जांच पर अघोषित ब्रेक लगा दिया है क्योंकि अभी तक कोई भी ठोस जानकारी किसी के पास भी नहीं है?
5- सौरभ शर्मा के यहां से मिली डायरी को अभी तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया ? क्या किसी का दबाव जांच एजेंसियों पर है?
6- सौरभ शर्मा की विभागीय जांच कौन कर रहा है ?
अगर नहीं हो रही तो किसके दबाव में नहीं हो रही?
7 – परिवहन विभाग में एक ही रैंक के 2 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अलग अलग पद पर क्यों बिठाया ?
क्या एक की सेटिंग सीधे दिल्ली से थी?
8 – तीन एजेंसियों ने छापेमार कार्यवाही की लेकिन सबके संपत्ति के आंकड़े अलग अलग क्यों ?
क्या कोई जांच एजेंसी सौरभ शर्मा को बचाने का कुप्रयास कर रही है?
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा मामले में मोहन यादव सरकार से एक बार फिर दस सवाल पूछे हैं। शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर कहा है कि आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा एवं परिवहन घोटाले में मिले 52 किलो सोने, करोड़ों रुपए नगद एवं बेनामी संपत्ति के मामले में एक महीने के बाद भी कोई बड़ी कार्यवाही सामने नजर नहीं आ रही है। मैंने 20 दिन पहले भी सरकार से कुछ सवाल पूछे थे, जिनके जवाब आज तक नहीं मिले। जांच पर भी सवाल बरकरार है। यादव ने ट्वीट कर कहा है कि अब मैं फिर 10 सवाल सरकार से पूछ रहा हूं।
9 – जब सौरभ शर्मा की शिकायत ईओडब्लू में हुई थी तब जांच में उसे क्लीन चिट किसके दबाव में दी गई थी?
10 – वो कौन राजनेता एवं अफसर है जो सौरभ शर्मा को संरक्षण दे रहे थे ?
उनके नामों का खुलासा कब होगा?
क्या उन्हीं नेताओं एवं अफसरों से सौरभ शर्मा को जान का खतरा है?
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे