
-बदनामी के डर से 3 छात्राओं ने साधी चुप्पी, एक की हो चुकी है शादी
भोपाल, 04 मई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भाेपाल में हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों से नये-नये खुलासे कर रहे हैं। आरोपितों ने बताया कि छात्राओं को गलत मंशा से रूम पर बुलाया जाता था। इसके लिए शहर के आसपास उन्होंने अपने अड्डे बना रखे थे। अब तक 9 लड़कियों के वीडियो मिल चुके हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपित नबील ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि छात्राओं को गलत मंशा से रूम पर बुलाया जाता था। इसके लिए उन्होंने शहर के आसपास अपने अड्डे बना रखे थे। अब पुलिस शहर के आसपास के दूसरे जिलों में भी गिरोह का नेटवर्क फैला होने के एंगल से भी जांच कर रही है। पुलिस जैसे-जैसे इस केस की जांच में आगे बढ़ रही है, पीड़िताओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक 9 लड़कियों के वीडियो मिल चुके हैं।फरहान के दोस्त अली और साहिल के मोबाइल की जांच में भी कुछ वीडियो मिले हैं। पुलिस अब इनकी भी पड़ताल कर रही है। पुलिस अली के मोबाइल से डिलीट वीडियो रिकवर कर उसमें भी कुछ अन्य लड़कियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
पुलिस ने बताया कि भोपाल में रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोपितों ने शहर से दूर गांव में ठिकाने बना रखे थे। हथाईखेड़ा के क्लब 90 के अलावा सीहोर जिले के बिलकिसगंज में उन्होंने कमरा किराए पर ले रखा था। दरअसल, रायसेन रोड पर कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। वे लड़कियों को प्राइवेसी और क्वालिटी टाइम बिताने का झांसा देकर आरोपित क्लब 90 में ले जाया करते थे। इसी तरह रातीबढ़ थाना इलाके में सिकंदराबाद गांव में कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। यहां से बिलकिसगंज महज 7-8 किलोमीटर की दूरी पर है। आरोपितों ने यहां के कई कॉलेज छात्रों से संबंध बना रखे थे। साथियों के साथ अय्याशी के लिए बिलकिसगंज वाले किराए के कमरे का इस्तेमाल करते थे। अशोका गार्डन पुलिस की पूछताछ में आरोपित फरहान, अली, साहिल और नबील लगातार खुलासे कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि बिलकिसगंज में फरहान और अबरार अय्याशी किया करते थे। फरहान ने इस रूम में भी एक पीड़िता के साथ ज्यादती की है।इसका खुलासा होने के बाद पुलिस आरोपित फरहान को लेकर शुक्रवार देर रात बिलकिसगंज गयी है। पुलिस को यहां से साक्ष्यों की जब्ती करना थी। इससे पहले ही उसने एसआई की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की और फायर होने के बाद गोली उसे लग गई। आरोपितों ने पूछताछ में ये माना है कि उन्होंने इन वीडियो को पोर्न इंडस्ट्री में बेचने की तैयारी की थी, लेकिन अब तक बेचा नहीं है। पुलिस उनके बैंक ट्रांजेक्शन से ये पता करने में जुटी है कि इन्हें कहां-कहां से पैसा मिला है?
बदनामी के डर से 3 छात्राओं ने साधी चुप्पी-वीडियो के आधार पर पहचानी गई लड़कियों से जब पुलिस ने संपर्क किया तो कुछ लड़कियों ने कहा कि वे बदनामी के डर से आगे नहीं आना चाहतीं। वे पहले ही फरहान और उसके साथियों की ब्लैकमेलिंग से इतना परेशान हो चुकी हैं कि अब हिम्मत नहीं बची है। वे अपने साथ हुए बर्ताव को भूलने की जैसे-तैसे कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कराने से उनके जख्म फिर हरे हो जाएंगे। वे अपने माता-पिता को इसका जवाब नहीं दे पाएंगी। इनमें से 3 लड़कियों ने कानूनी पचड़े में नहीं पड़ने की बात कहकर एफआईआर से इनकार कर दिया है। एक पीड़िता की शादी तय हो चुकी है। उसका कहना है कि यदि मैंने केस दर्ज कराया तो मेरी शादी टूट जाएगी। दो अन्य पीड़िताओं का तर्क है कि यदि माता-पिता को पता चल गया तो मुश्किल हो जाएगी। वो घर में जवाब नहीं दे पाएंगी। डीसीपी जाेन 2 संजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस, युवतियाें काे भराेसा दिला रही है कि उनकी पहचान गाेपनीय रखी जाएगी, लेकिन कुछ पीड़िताएं बदनामी के डर से आगे आने से डर रही है।
फंडिंग कनेक्शन की जांच करेगी पुलिस-
सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच कर रही एसआईटी अब इस गिरोह की फंडिंग कनेक्शन की भी जांच करेगी। पता चला है कि भोपाल का कोई नामी बदमाश आरोपितों को फंडिंग करता था। पकड़े गए आरोपितों में से फरहान, अली और साद तीनों महंगी लाइफस्टाइल जीते थे। जबकि उनका परिवार बहुत ही साधारण है। उसके फरहान के पास करीब 3 लाख की स्पोर्ट्स बाइक थी। वहीं अली को महंगी घड़ियों का शौक था। आरोपित अली के पास महंगे गैजेट्स पुलिस को मिले हैं। इसमें एप्पल मैकबुक, आईफोन जैसे महंगे गैजेट्स शामिल हैं। जांच के दौरान यह भी बात सामने आ रही है कि पीड़ित लड़कियों को आरोपित महंगे होटलों में ले जाते थे। साथ ही एक आरोपित पूछताछ में इनको लेकर कुछ नहीं बता पा रहा है। अब पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इतने महंगे गैजेट्स आए कहां से आए?
महिला आयोग की टीम भोपाल पहुंची-
इधर, हाई प्रोफाइल रेप और ब्लैकमेलिंग के इस केस में राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया था। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम भोपाल पहुंच चुकी है। राजधानी भोपाल में एक निजी कॉलेज की छात्राओं को लव जिहाद में फंसाने के मामले में जांच करने राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम आज से जांच शुरू करेगी। तीन सदस्यीय टीम में झारखंड की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर के नेतृत्व में जांच करेगी।
इस टीम में जबलपुर हाई कोर्ट की अधिवक्ता निर्मला नायक और आयोग के अवसर सचिव आशतोष पांडे सदस्य के रूप में शामिल हैं। टीम ने शनिवार को पुलिस अधिकारियों से केस की मौजूदा स्थिति (केस स्टेटस) की जानकारी ली। आज रविवार को भी और पुलिस के अधिकारियों से जानकारी ले सकती है। इसके आधार पर न केवल पीड़ित छात्राओं से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे, बल्कि पुलिस से भी केस की दिशा और कार्रवाई को लेकर जरूरी सवाल किए जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार, आयोग की टीम केस में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा करने के साथ ही जांच की निष्पक्षता और पीड़िताओं को मिली सुरक्षा को लेकर भी जांच करेगी। इस आधार पर टीम अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
