कानपुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । खेल विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को यूपी की टी-20 लीग की शुल्क अदायगी के लिए 10 करोड़ रुपये के भेजे गए नोटिस के जवाब में महज एक करोड़ की धनराशि जमा की है। बीते साल अगस्त और सितम्बर महीने के 16 दिनों तक यूपी टी20 लीग का आयोजन ग्रीनपार्क स्टेडियम में आयोजित कराया गया था।
मैचों के शुरू होने से दो दिन पहले ही खेल विभाग की तरफ से मैच कराने के लिए फीस जमा कराने का नोटिस दिया था। इस मैच के लिए यूपीसीए को 10 करोड़ रुपए जमा करना था लेकिन यूपीसीए ने हवाला दिया था कि ये कार्यक्रम युवाओं के लिए टैलेंस सर्च है। इसके लिए यूपीसीए ने शासन को फीस माफी की मांग की थी। हालांकि यूपीसीए ने फीस का एक करोड़ जमा कर दिया है। इसकी पुष्टि मंगलवार को यूपीसीए की ओर से की गयी है। उस दौरान खेल विभाग की तरफ से तर्क रखा गया था कि ये टैलेंट सर्च है इसमें नए-नए बच्चों को खिलाना चाहिए न की बड़े-बड़े प्लेयरों को। इसके अलावा खिलाड़ियों की नीलामी की गई और बड़े-बड़े प्रायोजकों को शामिल किया गया तो ये कार्यक्रम पूरी तरह से प्रोफेशनल हो गया। इसलिए फीस जमा करनी पड़ेगी। शासन के आदेश के बाद खेल विभाग ने यूपीसीए से वर्तमान में फीस का 5 करोड़ रुपए जमा करने को कहा था। इसके बाद भी एसोसिएशन की तरफ से एक भी रुपए नहीं जमा किया गया था।
ग्रीनपार्क का बीते रविवार को प्रमुख सचिव खेल आलोक कुमार ने औचक निरीक्षण कर भारत और बांग्लादेश के बीच होने वाले टेस्ट मैच की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान खेल विभाग और यूपीसीए के बीच चल रही अनबन भी प्रमुख सचिव के सामने आ गयी। इस पर उन्होंने 23 जुलाई को दोनों विभागों के अधिकारियों को लिखित में समस्या लाने को कहा था। फीस को लेकर प्रमुख सचिव ने कहा था कि आप फीस का कुछ हिस्सा तो जमा करे, इसके बाद आगे की बात की जाएगी। इस पर यूपीसीए तैयार हो गया था। उप निदेशक खेल आरएन सिंह ने बताया कि सभी मैचों को मिलाकर लगभग 10 करोड़ रुपए फीस जमा करनी है। इसमें से वर्तमान में पांच करोड़ रुपए जमा करने को कहा गया था। यूपीसीए के सूत्र बतातें हैं कि प्रमुख खेल सचिव के आदेश के बाद यूपीसीए की ओर से एक करोड़ रुपए जमा कर दिया गया है।
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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / प्रभात मिश्रा