पलवल, 2 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जिले के हसनपुर ब्लॉक कार्यालय में सामने आए 50 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने 12 करोड़ से 19 एकड़ जमीन खरीदी है। एसीबी ने इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के लिए संबंधित तहसीलदारों को पत्र लिख दिया है।
मिली जानकारी अनुसार एसीबी फरीदाबाद की टीम ने अब तक इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें बीडीपीओ हसनपुर कार्यालय का लिपिक राकेश, खजाना कार्यालय होडल का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सतपाल, विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा के सेवानिवृत एसओ शमशेर और खजाना कार्यालय होडल के सहायक खजाना अधिकारी बिजेंद्र कुमार शामिल हैं।
पूछताछ में आरोपी राकेश कुमार ने स्वीकार किया कि उसने गबन की राशि से अपने परिवार के नाम पर जनवरी 2025 में 21.73 करोड़ रुपए में 19 एकड़ 28 मरला कृषि भूमि खरीदी है। इसमें से 12 करोड़ रुपए नकद भुगतान किए गए। डीडीपीओ कार्यालय में तैनात लेखाकार तेजेंद्र और एक प्राइवेट व्यक्ति दीपक अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। एसीबी आरोपियों की अवैध संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई कर रही है।
आरोपी शमशेर सिंह ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने भी अपने हिस्से में आई गबन की राशि में से अपनी पत्नी के नाम कलायत जिला कैथल में लगभग 3 एकड़ 15 मरला कृषि भूमि जुलाई 2024 में कुल 1 करोड 15 लाख रुपए में खरीद की और उसके द्वारा इस राशि में से 52 लाख की नकद राशि दी गई है।
इसके अतिरिक्त 5 करोड 20 लाख रुपए में एक प्लाट न. 83 सैक्टर 28 पंचकूला में खरीदा है व एक अन्य प्लाट न. 100 सैक्टर 28. पंचकूला में भी एक करोड 48 लाख रुपए में खरीदा है। इस खरीद राशि में से 65 लाख रुपए राशि उसके द्वारा नकद दी गई है।
इसी मामले में तीसरे आरोपी सतपाल कर्मचारी खजाना कार्यालय ने बताया कि उसने अपने हिस्से में आई गबन की राशि में से अपने नाम पर यूपी के बरसाना में 17 मई 2024 को लगभग 70 लाख रुपए में एक प्लाट खरीदा तथा खरीद राशि में से 62 लाख रुपए की रकम आरोपी द्वारा नगद में अदा की गई है।
इसके अलावा आरोपी सतपाल द्वारा होडल निवासी अपने दोस्त राजू बघेल को दी गई 61 लाख 43 हजार 150 रुपए की राशी को एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर भगत सिंह व उनकी टीम ने बरामद कर लिया है।
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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग