Madhya Pradesh

मप्र : रायसेन में एएसआई की ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ी, अस्पताल ले जाते समय बेटी की गोद में दम तोड़ा

तबीयत बिगड़ने के बाद एएसआई को अस्पताल लेकर पहुंची बेटी और सहकर्मी

रायसेन, 17 मार्च (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के रायसेन जिला मुख्यालय स्थित यातायात थाने में पदस्थ एएसआई को सोमवार को ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। सूचना मिलने पर परिजन और साथी पुलिसकर्मी उन्हें तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया। इस दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। उन्होंने अस्पताल ले जाते समय अपनी बेटी की गोद में ही दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल के डॉ. आकाश चतुर्वेदी ने उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताया है। पोस्टमॉर्टम के बाद एएसआई के शव को अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह जिला बैतूल रवाना कर दिया गया है। पुलिस विभाग ने परिजन को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की बात कही है।

जानकारी के अनुसार, रायसेन के यातायात थाने में पदस्थ एएसआई फूल सिंह उइके (55) रविवार को नाइट ड्यूटी पर थे। सोमवार सुबह थाने में उन्हें घबराहट महसूस हुई। थाने में ही सुबह एएसआई फूल सिंह को उल्टियां होने लगीं। सुबह थाने में ज्यादा स्टाफ नहीं था, इसलिए उन्होंने अपनी बेटी पलक को फोन किया। इसके बाद स्टाफ के अन्य लोगों को भी बताया। पिता की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही उनकी बेटी फौरन थाने पहुंची और पुलिसकर्मियों की मदद से पिता को तुरंत एक निजी अस्पताल ले गई। वहां पल्स नहीं मिलने पर डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस दौरान रास्ते में ही उन्होंने बेटी की गोद में दम तोड़ दिया। सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार खुरपुसे जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने यातायात थाना प्रभारी लता मालवीय से जानकारी ली। एएसआई की बेटी पलक को उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरा पुलिस विभाग दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ है।

एएसआई फूल सिंह उइके के दो बेटे और एक बेटी हैं। बेटी उनके साथ रायसेन में रहती थी। पत्नी का आठ साल पहले कैंसर की बीमारी से निधन हुआ था। बेटी पलक ने बताया कि उन्हें हार्ट से जुड़ी कोई परेशानी नहीं थी, शुगर पेशेंट जरूर थे। वे डायबिटीज के मरीज थे और पिछले चार साल से रायसेन यातायात थाने में कार्यरत थे। वे मूल रूप से बैतूल जिले के ग्राम खंजनपुर के रहने वाले थे।

यातायात प्रभारी लता मालवीय ने बताया कि पुलिस विभाग की ओर से परिवार को एक लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है। पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टम के बाद पूरे सम्मान के साथ उनके गृह जिला बैतूल के लिए रवाना किया गया है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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