Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश में फिर बदला मौसम, भीषण गर्मी के सागर-शिवपुरी में बारिश, ओले भी गिरे

सागर में गुरुवार शाम को हुई बारिश

– अगले 24 घंटों में तीन संभागों में बारिश और ओले गिरने की संभावना

भोपाल, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश में तेज गर्मी के बीच एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिला। गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हीट वेव का असर रहा तो सागर-शिवपुरी जिले में बारिश के ओले भी गिरे। मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों से मौसम का मिजाज बदला है। शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान जबलपुर में ओले गिरने के भी आसार हैं।

भोपाल मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और आसमान में बादल छा गए। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हुई, जिसके चलते लू से राहत मिल गई है। हालांकि, अधिकांश हिस्सों में गर्मी का असर देखने को मिला। धार और रतलाम सबसे गर्म रहे। धार में 42.3 डिग्री और रतलाम में 42.2 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। इंदौर में गुरुवार को चार मोरों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि, इंदौर प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव ने दो मोरों की ही मौत हीट वेव से होने की बात कही है।

बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 41.3 डिग्री, इंदौर में 40.3 डिग्री, ग्वालियर में 39.6 डिग्री, उज्जैन में 41 डिग्री और जबलपुर में 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा। खंडवा में 42.1 डिग्री, गुना-नर्मदापुरम में पारा 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह टीकमगढ़-दमोह में 41.8 डिग्री, सागर में 41.5 डिग्री, खरगोन-नौगांव में 41 डिग्री, मंडला में 40.8 डिग्री, सिवनी और शिवपुरी में पारा 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में तेज गर्मी की वजह से स्कूलों का समय भी बदल दिया गया है। भोपाल, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, नीमच समेत कई जिलों में दोपहर 12 बजे तक कक्षाएं लगाने को कहा गया है ताकि गर्मी की वजह से बच्चों को परेशानी न हो।

इधर, शिवपुरी में शाम को बादलों की गड़गड़ाहट के साथ बूंदाबांदी हुई। सागर में गुरुवार शाम अचानक मौसम बदला। तेज हवाएं चली। रहली में हवाओं के साथ बारिश हुई और ओले गिरे। करीब 15 मिनट तक बारिश हुई। वहीं गौरझामर क्षेत्र में भी बारिश हुई है। गुरुवार को सागर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, मुरैना में गुरुवार शाम कई क्षेत्रों में अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। बारिश के साथ ही बड़े आकार के ओले गिरने लगे, जिससे खेतों में रखी हुई फसलें पूरी तरह से भीग गईं और नष्ट हो गईं। सबसे ज्यादा नुकसान कैलारस, सबलगढ़ और रामपुर इलाके के किसानों को हुआ है, जहां बड़ी संख्या में खेतों में गेहूं की कटी हुई फसलें पड़ी थीं। इन क्षेत्रों में अधिकांश किसान फसल की कटाई कर उसे खेत में ही सुखा रहे थे।

बालाघाट में गुरुवार की शाम मौसम में अचानक बदलाव आया। तेज हवाओं के साथ आसमान में काले बादल छा गए। इससे शहर में धूल भरी आंधी चली। तेज हवाओं की वजह से श्री राम जन्मोत्सव के लिए चौराहों पर लगाए गए प्रवेश द्वार और होर्डिंग्स गिर गए। अंबेडकर चौक, काली पुतली चौक और हनुमान चौक में फ्लेक्स और बैनर भी क्षतिग्रस्त हुए। हालांकि, किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। इसके अलावा पांढुर्ना, सिवनी एवं बालाघाट में ओले गिरे।

मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। पंजाब पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। दक्षिणी पाकिस्तान और उससे लगे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। अधिकतम तापमान में शुक्रवार से और भी गिरावट होने के आसार हैं। अगले तीन दिन में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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