Madhya Pradesh

कटनी में पूर्व कांग्रेस विधायक की पत्नी ने तहसील कार्यालय में खुद पर केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश

कटनी, 05 जून (Udaipur Kiran) । जिले में बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक विजय राघवेंद्र सिंह की पत्नी रंजीता सिंह ने गुरुवार शाम को तहसील कार्यालय में खुद पर केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि, कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों और फरियादियों ने तत्काल उन्हें बचाया। इस घटनाक्रम की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पूर्व विधायक की पत्नी रंजीता का कहना है कि उन्होंने जमीन विवाद में शिकायत के बाद भी समाधान न होने पर यह कदम उठाया है। उनका कहना है कि दो साल पहले बिलायत कला गांव में उन्होंने जहान सिंह नाम के व्यक्ति से जमीन खरीदी थी। जिस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है। मामले में वे पिछले छह महीने से तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं। रंजीता का आरोप है कि नायब तहसीलदार की लापरवाही के कारण उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे वे मानसिक रूप से परेशान हो गईं।

दरअसल, रंजीता सिंह निवासी बड़वारा ने 15 सितंबर 2021 को जहान सिंह नामक व्यक्ति से 0.39 हेक्टेयर में 1176 वर्ग फुट खरीदा था। जिस पर अनुरोध तिवारी निवासी बिलायत कला गांव का कब्जा है। गुरुवार शाम करीब चार बजे रंजीता बड़वारा नायाब तहसीलदार न्यायालय पहुंची थी। जहां उन्होंने समस्या समाधान न करने का आरोप लगाते हुए नायाब तहसीलदार अनुराधा सिंह के सामने केरोसिन डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।

नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह ने बताया कि रंजीता सिंह का मामला राजस्व विभाग में दर्ज है। इस पर दूसरा पक्ष 1995 से काबिज है, जबकि आवेदिका के नाम पर भूमि 2021 में दर्ज हुई है। मामला विवादित होने के कारण अभी लंबित है। रंजीता सिंह ने जो आरोप लगाए हैं, वह निराधार है। वैधानिक तरीके से न्यायालय की कार्यवाही की जा रही है। अनुवागी अधिकारी राजस्व प्रदीप मिश्रा ने बताया कि पूर्व विधायक की पत्नी ने न्याय अली कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न किया है जिसकी शिकायत पुलिस को कर दी गई है और पुलिस ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है।

बड़वारा एसडीओपी उमरावो सिंह ने बताया कि उन्हें थाना प्रभारी ने सूचना दी है कि पूर्व विधायक की पत्नी ने न्याय न मिलने के कारण तहसील कार्यालय में आत्महत्या करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर अनुरोध तिवारी नाम के व्यक्ति का कब्जा है। मामले में तहसीलदार जैसे ही मुझे लिखित में आदेश देंगे। मैं अवैध कब्जा न हटाने का केस दर्ज करूंगा। साथ ही एसटी-एसटी एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर पुलिस बल ले जाकर बल के साथ कब्जा मुक्त करवाएंगे।

(Udaipur Kiran) / राकेश चतुर्वेदी

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