जींद, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) । अतिरिक्त उपायुक्त विवेक आर्य ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बच्चों के भविष्य को और बेहतर बनाने के लिए प्रतिदिन अनेक कल्याणकारी नीतियां लागू की जा रही है। क्रैच केंद्रों के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चे खेल-खेल के साथ अपनी पढ़ाई भी कर सकेंगे और उनका बेश भी शुरू हो जाता है। उन्हीं बच्चे प्रतिदिन बात करने का तरीका भी समझ में आ जाता है। क्रैच केंद्रों में बच्चे कुछ सीख कर भी जाएंगे और सारी सुविधाओं का फायदा भी उठाएंगे।
केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू की गई है इस पॉलिसी के आने से बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा और वे आने वाले समय में प्रदेश एवं देश नाम भी रोशन करेंगे। एडीसी विवेक आर्य सोमवार को बीईओ आफिस नजदीक प्राइमरी स्कूल में जिला में बने 19 क्रैच केंद्रों का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 8 स्टैंडलोन क्रैच केंद्र व 11 आंगनबाड़ी कम क्रैच केंद्र खोले गए हैं। इसके बाद अतिरिक्त उपायुक्त ने प्राइमरी स्कूल में बने क्रैच केंद्र का निरीक्षण भी किया और बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि अगर इन क्रैच सेंटरों में उनके अभिभावकों को बच्चों के प्रति कुछ समस्या है तो वे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय या जिला प्रशासन को जरूर अवगत करवाएं।
इस दौरान उनका मस्तिष्क बहुत तेज गति से विकसित हो रहा होता है। इसलिए बच्चों को उचित और सहायक वातावरण में सही तरह का प्रशिक्षण और मार्गदर्शन दिया जाना चाहिए ताकि उनका मस्तिष्क स्थिर गति से विकसित हो सके। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि बच्चों को जीवन में सबसे अच्छी शुरुआत मिलेए चाहे उन्हें बाद में किसी भी चुनौती का सामना क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि बच्चे जिज्ञासा से भरे होते हैं और लगभग हर रोज अपने आसपास की चीजों का पता लगाने की कोशिश करते हैं। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी काता यादव, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुजाता, नैशनल अवार्डी जयभगवान, प्रोटैक्शन आफिसर विजय कुमार, अमित शर्मा, आंगनबाड़ी से निर्मला व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा